हमजोली किशोरी समूह, मानवाधिकार जननिगरानी समिति/जनमित्र न्यास, सावित्री बाई फुले महिला पंचायत के द्वारा आयोजित मेले में रक्षण शिक्षण पोषण प्यार सेनेट्री पैड का ध्यान रखने , लौह तत्व बढ़ाने, हर साग-सब्जी खाने, माहवारी पर खुलकर बात करने के प्रति सचेत किया गया। बताया गया कि माहावारी कोई बीमारी नही है। लेकिन किशोरियों को खुशहाल रहने के लिए शरीर में आयरन की कमी को दूर करने की जरूरत है, इसके लिए आयरन की गोली जरूर खानी चाहिए। इन सभी मुद्दों पर मेले में चित्र प्रदर्शनी भी लगाई गई।
इस मौके पर किशोरियों को बालिका सुरक्षा के मद्देनजर “ इशिता एक्सप्लेन गुड टच बैड टच ” माहवारी पर “ मेन्सटोपीडिया ” नाम की कार्टून फिल्म ” सहित अन्य कई लघु फिल्मों के माध्यम से माहवारी विषय पर विस्तृत जानकारी दी । माहवारी के सन्दर्भ में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने के उद्देश्य से क्विज काँटेक्स का आयोजन किया गया, जिसमें सही जवाब देने वाली किशोरियों को ईनाम स्वरूप सेनेट्री पैड दिया गया।
कार्यक्रम में अनेई ग्राम निवासी रीमा देवी और सरिता देवी को अपने बच्चों क्रमश: काजल और आकाश को एक्सक्लूसिव ब्रेस्ट फीडिंग ( 6 माह तक केवल स्तनपान ) कराने के लिए प्रोत्साहन स्वरूप माता पिता एवं बच्चे कि फोटो फ्रेम सहित एवं कटोरा, गिलास, चमच्च एवं खिलौना दिया गया। मेले में प्रभारी चिकित्साधिकारी पिंडरा डॉ हरिश्चन्द्र मौर्या, बी पी एम, सीडीओ विजय केश उपाध्याय, एबीएसए पिंडरा अशोक कुमार सिंह, बाल कल्याण पुलिस अधिकारी फूलपुर. संजय यादव एवं अपर्णा तिवारी, एनम आशा सिंह, क्षेत्रीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल हुए। अतिथियों ने कहा कि आज कि किशोरी कल कि जननी है अत: हम सभी को उनके पोषण एवं स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा, जिससे वे वे मजबूत राष्ट्र निर्माता बने।
संस्था कि मैनेजिंग ट्रस्टी श्रुति नागवंशी ने कहा कि किशोरावस्था में कई प्रकार के बदलाव किशोर एवं किशोरियों के शरीर में आतें हैं, जिनके बारे में झिझक के कारण किसी से पूछ नही पाते। किशोरियों के शरीर में विशेष प्रकार कि प्रक्रिया की शुरुआत होती जिसे माहवारी या मासिक चक्र कहते हैं, जिसका उनके शरीर पर गहरा असर पड़ता है। ऐसे में वे एनीमिया, संक्रमण से जूझती रहती हैं लेकिन परिवार इन मुद्दों को गंभीरता से नही लेता। लैंगिक विषमता के उनकी पोषण संबंधी जरूरतें भी शरीर कि आवश्यकता अनुसार पूरी नही हो पाती हैं। ऐसे में उनके स्वास्थ्य एवं पोषण कि देखभाल करना हम वयस्कों का कर्तव्य एवं किशोरियों का बुनियादी अधिकार है।
इस मौके पर संस्था के स्वास्थ्य कार्यकर्ता आनन्द निषाद, मंगला राजभर, संजय राजभर, विनोद, संध्या, सुमन, शोभनाथ, प्रतिमा पांडेय, सुभाष एवं सितारा आदि मौजूद रहे।