आधुनिक जीवनशैली व तनाव ने युवाओं को समय से पहले बीमार कर दिया है। बीमारी का समय से पता नहीं चलने के चलते स्थिति और बिगड़ती जा रही है। समय रहते इन गैर संचारी रोगों का पता चल जायेगा तो इलाज में आसानी होगी। आम तौर पर यह बीमारी ऐसी है, जिनकी जानकारी जब होती है तब तब बीमारी ऐसे स्तर पर पहुंची रहती है, जिसका इलाज करना कठिन होता है। यदि इलाज करना संभव होता है तो भी बहुत पैसे खर्च होते हैं। समय रहते इन बीमारियों का पता चल जाये तो व्यक्ति अपनी दिनदर्या में परिवर्तन कर स्वास्थ्य जीवन जी सकता है। इन बीमारियों पर नजर रखने के लिए एएनएम को तीन दिनों तक ट्रेंनिंग दी गयी है, जो शुक्रवार को खत्म हुई है। सीएमओ डा.वीबी सिंह का कहना है कि भारत सरकार ने 30 साल की आयु पार कर चुके लोगों में गैर संचारी रोगों की जांच कराने का निर्णय किया है। एएनएम को ट्रेनिंग दी गयी है जल्द ही बस्तियों में जांच अभियान की शुरूआत होगी।
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एएनएम को प्रशिक्षण देने वाले डा.अजय ने बताया कि हमारे देश में जितनी मौत होती है उसमे 60 प्रतिशत से अधिक लोग इन्हीं गैर संचारी बीमारियों से पीडि़त होते हैं। 30 साल पार कर चुके लोगों की बात की जायेगी तो 1000 की आबादी में 370 व्यक्तियों में इन बीमारियों का लक्षण मिल सकता है। ऐसे लोगों की जांच कर समुदाय आधारित मूल्यांकन प्रपत्र भरा जायेगा। जिन व्यक्ति में इन बीामारियों का होने का ज्यादा संदेह होगा। उनकी पहले जांच होगी।
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