वाराणसी. गंगा दशहरा के दिन बनारस के गंगा घाट पर कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला। सुबह लोगों ने स्नान कर पुण्य का लाभ कमाया। शाम को महाआरती कर मां गंगा की विशेष पूजा की गयी। महाआरती के समय दशाश्वमेध घाट पर स्वर्ग से नजारा उतर आया था और आरती देख कर भक्त भी निहाल हो गये। यह भी पढ़े:-रणबीर कपूर ने कहा कि बनारस में साफ हो गयी है गंगा
IMAGE CREDIT: Patrika गंगोत्री सेवा समिति के बैनर तले दशाश्वमेध घाट पर विशेष आयोजन किया गया। गंगा घाट की फूलों से आकर्षण ढंग से सजावट की गयी थी। गंगा दशहरा महोत्सव की शुरूआत सनातनी परम्परा के अनुसार की गयी। मां गंगा का ५१ लीटर दूध से दुग्धाभिषेक हुआ। धार्मिक अनुष्ठान का श्रीगणेश मंगलाचरण से किया गया। गंगोत्री सेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष किशोरी रमण दूबे (बाबू महाराज) के नेतृत्व में अध्यात्मिक शुद्धिकरण संग विश्व शांति के मंगल की कामना की गयी। इसके साथ ही मां गंगा को साफ रखने का संकल्प लिया गया। ११ वैदिक ब्राह्मणों ने मां गंगा की महाआरती की। इसी क्रम में केदारघाट पर गंगोत्री सेवा समिति द्वारा मां गंगा की विशेष पूजा करने के बाद पंडित संदीप कुमार दुबे के आचार्यतत्व में गंगा आरती की गयी। इसके बाद भजन संध्या का आयोजन हुआ। विजय शंकर वशिष्ट के जय जय जग तरणी देवी की प्रस्तुति ने भक्तों को मंत्र मुग्ध कर दिया। युवा कलाकार अमलेश शुक्ला ने मर्यादा है इस देश की पहचान है मां गंगा व सुरसरि धारा बहे निरंतर का गायन कर भक्तों को भक्ति रस से सरोबर किया। कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि यूको बैक कोलकाता के कार्यकारी निदेशक अजय व्यास, अध्यक्षता सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के वीसी प्रो.राजाराम शुक्ला, पूर्वांचल विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष डा.दया शंकर मिश्र आदि उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन संस्था के सचिव दिनेश कुमार दुबे और संचालन राजेश शुक्ला ने किया। यह भी पढ़े:-बेहद खास है ब्रह्मास्त्र की कहानी, रणबीर कपूर व आलिया भट्ट ने किया खुलासा
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