उन्होंने पत्र में लिखा, ”सोशल मीडिया और अन्य सूचना प्रसारण के माध्यम से जानकारी मिली है, कि एल्विश यादव ने काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के बाद मंदिर में तस्वीर खींची, जिससे मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन वाराणसी पर सवालिया निशान उठ रहा है। श्रीमान जी, काशी विश्वनाथ मंदिर प्रागंण में मोबाइल फोन और कैमरे का इस्तेमाल पूर्णतः प्रतिबंधित है। प्रतिबंधित क्षेत्र में लगातार हो रहे कैमरे के इस्तेमाल से नियमित दर्शनार्थियों की भावनाएं आहत हो रही हैं और इससे मंदिर की सुरक्षा में सेंध लगने की संभावना है। अत: निवेदन है कि पूरे प्रकरण का संज्ञान लेकर आवश्यक कार्रवाई करें।”
अधिवक्ता ने कहा, ”आज यह (एल्विश) काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के आए। उसके बाद परिसर में, जहां मोबाइल ले जाना सख्त मना है, वहां तस्वीर क्लिक की। यह मंदिर के अहम नियमों का उल्लंघन हैं।”
पुलिस ने जांच के दिए आदेश
मंदिर के अंदर फोटोग्राफी के आरोप को लेकर संयुक्त पुलिस आयुक्त के. एजिलरसन ने बताया कि सुबह कुछ लोगों ने एल्विश यादव के खिलाफ शिकायत दी है। इस संबंध में जांच के आदेश दे दिए है और उचित कार्रवाई की जाएगी। एल्विश यादव ने की बाबा काशी विश्वनाथ की पूजा- अर्चना
बता दें कि एल्विश उत्तर प्रदेश के वाराणसी में है और टीम के साथियों के साथ यहां के मंदिरों के दर्शन कर रहे हैं। इस कड़ी में उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए। मंदिर के पुजारी श्रीकांत ने विधि विधान से पूजा अर्चना कराई। इसके बाद एल्विश ने भगवान से प्रार्थना की और आशीर्वाद लिया।
एल्विश यादव सोशल मीडिया स्टार हैं, उन्होंने 2016 में अपनी यूट्यूब जर्नी शुरू की थी। आज उनके दो यूट्यूब चैनल हैं- ‘एल्विश यादव’ और ‘एल्विश यादव व्लॉग्स’। वह अपने फनी वीडियोज और रोस्टिंग वीडियोज के लिए काफी मशहूर है। फैंस उनकी हरियाणवी बोली और खास अंदाज को काफी पसंद करते हैं। वहीं, विवादों से भी इनका नाता गहरा रहा है। उन पर रेव पार्टी में सांपों के जहर से नशा करने का भी आरोप है। तो अकूत संपत्ति को लेकर ईडी के शिकंजे में भी हैं। 23 जुलाई को लखनऊ में ईडी ने एल्विश यादव से 8 से 9 घंटे तक पूछताछ कर चुकी है।