READ: नदी डूबते व्यक्ति की दो महिलाओं ने बचाई जान, एक व्यक्ति को नहीं बचा पाई जाबांज़ महिलायें ज्ञात रहे कि 19 जून 2013 को गांव चैलूखा में बजरंग चाहर फौगडी पर हुई फायरिंग की घटना के बाद से एडवोकेट रणजीत सिंह फरार चल रहा था। नागौर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपित रणजीत सिंह नाडोल पाली में मां आशापुरा मंदिर में दर्शन करने आएगा। नागौर पुलिस के उप अधीक्षक जब्बरसिंह के नेतृत्व में एक टीम भेजी। टीम ने आरोपित रणजीतसिंह को देसूरी से दस्तयाब कर ले गई तथा नरसीलाल मीणा उप अधीक्षक पुलिस डीडवाना को सौंपा।
READ : वीरों का गाँव है वीरोली, 12 जवान कर रहे है देश की सुरक्षा जानकारी के अनुसार रणजीत सिंह फोगड़ी हत्या कांड, सुजानगढ़ में सीताराम पर फायरिंग व तेहनदेसर मर्डर में में नामजद अभियुक्त है। जो आनन्दपाल सिंह के लिए कानूनी सलाहाकार, गैंग को रसद व प्रॉपर्टी रुपयों के लेन-देन का काम करता था।
Surgical Strike : भारतीय सेना ने 50 साल पहले फहराया था पाकिस्तान के लाहौर पुलिस थाने पर तिरंगा आनंदपाल की फरारी प्रकरण व गुड़ा भगवानदास में खुमाराम के मर्डर के बाद रणजीत विशेष एहतियात बरतने लग गया। पुलिस को रणजीत से पूछताछ में इस गैंग के संबंध में विशेष जानकारी मिलने की उम्मीद है।
ऑपरेशन की दी जानकारी आनंदपाल के साथी को दस्तयाब कर ले जाने की जानकारी नागौर पुलिस अधीक्षक की ओर से बाद में दी गई। इस ऑपरेशन में स्थानीय पुलिस का उनकी ओर से सहयोग नहीं लिया गया।
– दीपक भार्गव, पुलिस अधीक्षक पाली