बतादें कि पिछले महीने में घोरावल थाना इलाके के उम्भा गांव में जमीन विवाद को लेकर 10 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था। सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रियंका गांधी वहां पीड़ितों से मिलने की रणनीति बनाई। प्रशासन ने जिले में धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए प्रियंका को मिर्जापुर से ही हिरासत में ले लिया था। उन्हे रात भर चुनार गेस्ट हाउस में रखा गया था। हालांकि प्रियंका ने मृतक के परिजनों ने चुनार गेस्ट हाउस में मुलाकात कर उन्हे न्याय दिलाने का वादा किया था साथ ही जल्द उम्भा गांव आने का भी आश्वासन दिया था।
गांव की स्थिति सामान्य हो जाने के बाद प्रियंका 13 अगस्त यानि मंगलवार को दिल्ली से चलकर उम्भा गांव पहुंची और लोगों से मिलकर उनका हाल जाना। इसी बीच एक निजी चैनल के पत्रकार ने प्रियंका से धारा 370 पर सवाल दाग दिया। इस बात से प्रियंका के निजी सचिव नाराज हो गये उन्होने पत्रकार से बदसलूकी कर दिया।
मामले को लेकर विरोध हुआ। मंगलवार को ही निजी चैनल के पत्रकार ने संदीप के खिलाफ घोरावर थाने में तहरीर दिया। आखिरकार बुधवार को संदीप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
कौन हैं संदीप सिंह बतादें कि संदीप सिंह मूलरूप से प्रतापगढ़ के रहने वाले हैं। इलाहाबाद विवि से स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद वो जेएनयू, दिल्ली चले गए। यहां वो लेफ्ट के संगठन आइसा से जुड़े। स्पीच देने में माहिर संदीप सिंह ने 2007 मे जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष का चुनाव जीत लिया। कहा जाता है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में संदीप राहुल गांधी के भाषण भी लिखा करते थे। एक बार फिर पत्रकार से विवाद के बाद संदीप चर्चा में हैं।