पड़ोसियों के अनुसार, बुधवार सुबह 8 बजे प्रोफेसर कूड़ा फेंकते हुए दिखे थे। दोस्तों के कई बार फोन करने पर भी जब कोई जवाब नहीं मिला तो वह दोपहर में वैज्ञानिक के फ्लैट में आए।
वैज्ञानिक के दोस्तों ने किसी तरह से मेन गेट खोला। इसके बाद जब अंदर गए तो वहां का दरवाजा भी अंदर से लॉक था। फिर दोस्तों ने प्रॉक्टोरियल बोर्ड को फोन पर सूचना दी। शाम करीब 5 बजे गार्ड ने दरवाजा तोड़ा तो डॉ. रोहतास बेड पर पड़े मिले। बिल्डिंग में रहने वाले एक डॉक्टर को बुलाकर चेक कराई तो कोई हरकत नहीं थी।
परिजनों के आने पर होगा पोस्टमॉर्टम
इसके बाद सभी उन्हें लेकर सर सुंदरलाल अस्पताल गए। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि डॉ. रोहतास के शव को BHU मोर्चरी में रखवा दिया गया है। शुक्रवार को परिजनों के आने के बाद पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।
हरियाणा के रहने वाले थे प्रोफेसर
40 साल के डॉ. रोहतास कुमार मूल रूप से वह हरियाणा के करनाल के रहने वाले थे। 2016 से काशी हिंदू विश्वविद्यालय में जियो फिजिक्स डिपार्टमेंट में सहायक प्रोफेसर के पद पर नियुक्त थे।