उन्होने बताया कि अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु की सूरत में शव को अस्पताल से ले जाते वक्त उसे सफेद कपड़े में लपेटा कर ही परिजनों को सौंपा जाएगा। यह कफन वाटर प्रूफ होगा। ऐसा इसलिए है कि दूर दराज से आने वाले मरीजों के तीमारदारों को कफन खरीदने के लिए परेशान न होना पड़े। उन्होने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि इलाज के दौरान मृत्यु होने की सूरत में परिजन कफन का इंतजाम करने में ही परेशान हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि शव को निकालने के लिए अलग द्वार भी बनाए जाएंगे। उन्होने बताया कि इस सुविधा से मरीजों के परिजनों को बहुत राहत मिलेगी।
एमएस डॉ मिश्र ने बताया कि उनसे मिलने वाले हर आगंतुक को एक पर्ची मिलेगी जिस पर नाम, पता व मोबाइल नंबर लिखना होगा। पर्ची पर स्वास्थ्य, स्वच्छता के संदेश के साथ ही साथ निरोग रहने के स्लोगन भी लिखे रहेंगे। कहा कि स्वच्छता रहेगी तो व्यक्ति स्वस्थ रहेगा इसके लिए जन जन को जागरुक होना पड़ेगा। इन स्लोगन्स के जरिए हम (अस्पताल के लोग), लोगों का आत्मविश्वास बढ़ाएंगे और उन्हें स्वस्थ रहने के गुर सिखाएंगे।