आपको बता दें कि उपकेंद्र पर एसडीओ के दफ्तर में एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अवैध वसूली कर रहा था। डीएम को मिली शिकायत के बाद एंटी करप्शन की टीम ने यहां जाल बिछाया और एक कर्मचारी को पकड़ा गया है। खास बात है कि जब एंटी करप्शन की टीम ने कर्मचारी को पकड़ा तो मौके पर कर्मचारी को दस हजार रुपये लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
‘भुलेटन निवासी कुलदीप कुमार बरनवाल का सारनाथ में नैपकिन बनाने का कारखाना है। उन्होंने 5 किलोवॉट के कनेक्शन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। नगरीय विद्युत वितरण खंड-षष्ठम के लेढ़ूपुर उपकेंद्र के जेई अनूप कुमार ने परिसर का निरीक्षण किया और परिसर और पोल की दूरी 40 मीटर से ज्यादा बताकर कनेक्शन देने से मना कर दिया। उनसे कहा गया कि स्टीमेट बनेगा और इसमें काफी खर्च आएगा।
-प्रभारी निरीक्षक मैनेजर सिंह
सारनाथ थाने में मुकदमा दर्ज
प्रभारी निरीक्षक मैनेजर सिंह ने कहा कि कर्मचारी ने नया कनेक्शन देने के नाम पर कुलदीप से पहले 15 हजार रुपये मांगे और बाद में 10 हजार रुपये पर राजी हो गया। कारखाने के संचालक ने जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त से शिकायत की तो अफसरों के निर्देश पर एंटी करप्शन ने प्लानिंग बनाई। दोपहर 12 बजे कुलदीप पैसा लेकर उपकेंद्र पहुंचा और बातचीत के बाद रुपयों से भरा लिफाफा ऑपरेटर बृजेश कुमार को पकड़ाया। साथ में मौजूद एंटी करप्शन की टीम ने ऑपरेटर को रंगे हाथों पकड़ लिया।