नाकाबंदी योजना की प्रमुख विशेषताएं
त्रिस्तरीय चेकिंग व्यवस्था:अपराध होते ही शहर की सीमाओं पर निकास और प्रवेश मार्गों पर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में चेकिंग की जाएगी। यूपी 112 और पीआरवी वाहनों की भागीदारी: नाकाबंदी में त्वरित कार्रवाई के लिए यूपी 112 के वाहन और कर्मचारी शामिल किए जाएंगे। बॉडी वॉर्न कैमरे और सुरक्षा उपकरण: नाकाबंदी के दौरान पुलिसकर्मियों को बॉडी वॉर्न कैमरों और सरकारी असलहों से लैस किया जाएगा। संवेदनशील बिंदुओं की पहचान: अपराध संभावित क्षेत्रों और हॉटस्पॉट पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
मॉक ड्रिल: नाकाबंदी की प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी।
डीजीपी के निर्देश
डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी आईजी, डीआईजी, पुलिस कमिश्नर और कप्तानों को इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कहा है। इसके तहत:हर जिले में नई नाकाबंदी योजना तैयार की जाएगी।
पुलिसकर्मियों को योजना की ब्रेफिंग दी जाएगी। नए मार्ग और सड़कें भी योजना में शामिल होंगी।
अपराध होने पर क्या होगा
नाकाबंदी योजना के तहत अपराध होने पर तुरंत: सभी सीमाओं को सील कर दिया जाएगा। सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन के जरिए निगरानी होगी। त्वरित कार्रवाई के लिए गश्ती दल अलर्ट रहेंगे।
प्रभाव: कानून व्यवस्था में सुधार की उम्मीद
इस योजना से अपराधियों की गिरफ्तारी में तेजी आएगी। अपराध करने से पहले अपराधियों पर दबाव बनेगा। जनता में सुरक्षा की भावना मजबूत होगी।