सख्त कार्रवाई: सफाई नायक निलंबित, स्वास्थ्य अधिकारी पर भी एक्शन शहर की सफाई को लेकर लगातार मिल रही शिकायतों के बाद नगर आयुक्त ने अपर नगर आयुक्त सुनील कुमार यादव को सफाई व्यवस्था की निगरानी करने का जिम्मा सौंपा था। जांच में कई जगहों पर गंदगी मिली और सफाई नायक राजकुमार ने हाजिरी रजिस्टर में कर्मचारियों की संख्या कम दिखाने की लापरवाही की थी। इस रिपोर्ट के आधार पर नगर आयुक्त ने राजकुमार को सस्पेंड कर दिया।
स्वास्थ्य विभाग में लापरवाही उजागर: शहर की बिगड़ती सफाई व्यवस्था और जनता की लगातार शिकायतों के बाद स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई। जनता ने मुख्यमंत्री पोर्टल (आईजीआरएस) पर शिकायतें दर्ज करानी शुरू कर दी थीं, लेकिन नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग इसमें भी टालमटोल करता रहा। आईजीआरएस पर शिकायतों का निस्तारण न होने पर शासन ने जवाब तलब किया, जिससे यह लापरवाही खुलकर सामने आई। इसके बाद नगर आयुक्त ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भानु प्रकाश का वेतन रोकते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया।
नगर आयुक्त का बयान: नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने स्पष्ट किया कि शहर की सफाई व्यवस्था में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन न करने पर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर जनता की शिकायतें: घर-घर से कूड़ा उठाने के लिए वाहन समय पर नहीं पहुंच रहे। संकरी गलियों में कूड़ा उठाने के ठेले नहीं जा रहे। डलाबघरों से नियमित रूप से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा।
नालों में गोबर और पॉलिथीन की वजह से चोक हो रहे हैं। डस्टबिन और डलाबघरों में कूड़ा जलाकर निस्तारित किया जा रहा है।