आलम यह है कि करीब 5 वर्ष पूर्व जिलेदार शहजाद अली के खिलाफ की गई शिकायत के बावजूद उसके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई । ना ही पट्टा कराने और पट्टा रिन्यूअल कराने के नाम पर इलाके के किसानों से लिए गए लाखों रुपए की धनराशि वापस कराई गई । जिस के संबंध में एक बार फिर भारतीय किसान यूनियन ने जिला अधिकारी के नाम शिकायती पत्र देकर जिलेदार के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग उठाई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सिंचाई विभाग में तैनात जिलेदार शहजाद अली काफी समय से विवादित किस्म का कर्मचारी रहे है। जिस पर वर्षों से भ्रष्टाचार करने के आरोप लग रहे हैं, लेकिन अधिकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंग रही। वहीं शहजाद अली का खुलेआम इलाके में पट्टा करने के नाम पर रिश्वतखोरी करने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। उसमें भी कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई, जिससे उसके हौसले बुलंद हैं और लगातार वह इलाके के लोगों से अवैध रूप से वसूली करता रहा है।
हाल ही में भारतीय किसान यूनियन भानु जिला इकाई द्वारा जिला अधिकारी को एक शिकायती पत्र दिया गया। जिसमें 2016 में सजनान बांध पर तैनात जिलेदार शहजाद अली द्वारा वहां के किसानों से पट्टा करने के नाम पर 20-20 हजार रुपये प्रति व्यक्ति और पट्टा रिनुअल करने के नाम पर करीब 16000 रुपये लेने का आरोप लगाया है। जिसमें इलाके के लोगों से लाखों रुपए की वसूली की गई थी। जिसकी शिकायत जिला प्रशासन से की गई थी और कार्यवाही की मांग उठाई थी। इतना ही नहीं शिकायत करने के बाद जिलेदार द्वारा पैसा वापिस मांगे जाने पर जान से मारने की धमकी एवं झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी गई थी ।
भारतीय किसान यूनियन भानु की मदद से थाना नाराहट के ग्राम इमलिया कला निवासी राजेंद्र सिंह पुत्र रघुवीर सिंह अमरेंद्र सिंह, सुरजीत सिंह तथा श्रीमती छोटू राजा के साथ मोहन सिंह, मेहरबान सिंह, राकेश आदि ने ज्ञापन दिया और मामले में कार्यवाही करने की मांग भी उठाई। दिए गए ज्ञापन में यह भी बताया गया है कि उन्होंने जिलेदार शहजाद अली को लेखपाल सिंह परमार ऊदल सिंह के सामने पैसा दिया था।