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एलआईसी के एक बयान में कहा गया है कि बीमा सखी योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत के लिए समृद्ध महिलाओं” के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है। इस योजना के तहत, महिलाएं न केवल बीमा उत्पादों का वितरण कर सकती हैं, बल्कि इसके साथ-साथ अपने स्वयं के व्यवसाय की शुरुआत भी कर सकती हैं, जिससे उन्हें आय का एक स्थिर स्रोत मिलेगा।बीमा सखी योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से बनाई गई है, ताकि वे बीमा उत्पादों के वितरण के माध्यम से अपने परिवार की आमदनी बढ़ा सकें। एलआईसी के अधिकारियों का कहना है कि यह योजना महिलाओं को उनके सपनों को साकार करने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरित करेगी। इसके अलावा, यह योजना भारत के ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में महिलाओं के बीच वित्तीय जागरूकता फैलाने का भी कार्य करेगी।
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इस योजना में भाग लेने के लिए पात्रता: एलआईसी की बीमा सखी योजना में भाग लेने के लिए महिलाओं को निम्नलिखित योग्यताओं को पूरा करना होगा . उम्र: उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए।शैक्षिक योग्यता: उम्मीदवार को कम से कम आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की होनी चाहिए।
स्थानीय निवासी: इस योजना में भाग लेने के लिए उम्मीदवार का स्थानीय निवासी होना आवश्यक है।
आधार कार्ड और बैंक खाता: उम्मीदवार के पास आधार कार्ड और बैंक खाता होना जरूरी है। इस योजना में महिलाओं को एलआईसी के उत्पादों का प्रचार-प्रसार और बिक्री करने का अवसर मिलेगा। इसके लिए एलआईसी उन्हें प्रशिक्षण भी प्रदान करेगा और उन्हें एक स्थिर आय स्रोत की दिशा में मार्गदर्शन करेगा।
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बीमा सखी योजना से महिलाएं कैसे लाभान्वित होंगी
आर्थिक स्वतंत्रता: यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएगी, जिससे वे अपने घर की आर्थिक स्थिति सुधार सकती हैं।रोजगार के अवसर: बीमा सखी योजना के तहत महिलाएं बीमा उत्पादों का प्रचार और बिक्री कर सकती हैं, जिससे उन्हें एक स्थिर रोजगार मिलेगा।
कौशल विकास: एलआईसी महिलाओं को प्रशिक्षित करेगा, ताकि वे बीमा क्षेत्र में अपने कौशल का विकास कर सकें।
समाज में सम्मान: यह योजना महिलाओं को समाज में सम्मान देने और उनकी भूमिका को महत्व देने का एक कदम है।
पानीपत में आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के उपस्थित होने की उम्मीद है। कार्यक्रम में एलआईसी के अधिकारी और स्थानीय लोग भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम में बीमा सखी योजना के तहत महिलाओं को समृद्ध बनाने की दिशा में उठाए गए कदमों का स्वागत किया और इसके सफल कार्यान्वयन के लिए शुभकामनाएं दीं।
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एलआईसी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृष्टिकोणएलआईसी के अधिकारियों का कहना है कि बीमा सखी योजना न केवल महिलाओं को बीमा उत्पादों का वितरण करने का अवसर देगी, बल्कि यह उन्हें अपने जीवन की वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने और अपने परिवारों को भी आर्थिक रूप से सशक्त करने का अवसर भी प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने इस योजना को महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक अहम कदम बताया और इसे विकास की ओर एक सशक्त प्रयास के रूप में देखा।
इस योजना के लाभ
महिलाओं का सशक्तिकरण: बीमा सखी योजना महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता और सशक्तिकरण प्रदान करेगी।समाज में बदलाव: इससे न केवल महिलाओं की स्थिति में सुधार होगा, बल्कि समाज में भी बदलाव आएगा।
आर्थिक समृद्धि: महिलाओं के आर्थिक रूप से सशक्त होने से देश की समृद्धि में भी योगदान होगा।
नए रोजगार के अवसर: यह योजना नई रोजगार संभावनाओं को जन्म देगी और महिलाओं के लिए काम करने के नए अवसर खोलेगी।