भगवंतनगर विधायक आशुतोष शुक्ला चैनपुर जा रहे थे। इस दौरान उनकी निगाह पुलिया पर गई। जिसे देखकर नाराज हो गए। जो पिछले 8-9 महीने से बन रही थी। यह देख वह पुलिया पर ही बैठ गए। पुलिया पर विधायक के बैठने की खबर सुनते एसडीएम और पुलिस अधिकारी पहुंच गए। लेकिन विभागीय अधिकारी नहीं पहुंचे। इस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। बोले जब तक विभाग के अधिकारी नहीं आते हैं। वह मौके से नहीं जाएंगे। फिर चाहे रात भर उन्हें यहीं पर बैठे रहना पड़े।
सिंचाई विभाग में अपनी पुलिया होने से किया था इनकार
विधायक आशुतोष शुक्ला ने बताया कि एक महीना पहले उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता से पुलिया के संबंध में बातचीत की थी। उन्होंने उन्होंने बताया कि यह पुलिया उनके विभाग में नहीं है। 15 दिन बाद जब उन्होंने फोन किया तो बोले हां यह हमारे विभाग की है। आज जब उन्होंने फोन पर बातचीत किया तो कहने लगे कि पुलिया बन गई है।
उन्होंने बताया कि वह किसी से नाराज नहीं है। शांतिपूर्वक यहां बैठा हूं। यहां पर बाईपास बनाया नहीं गया है और एक छोटी सी पुलिया जो एक महीने में बनकर तैयार हो जानी चाहिए थी। 8-9 महीने हो गए। अभी तक नहीं बनी। जिससे सरकार की बदनामी हो रही है। 6 महीने बाद उन्हें लोकसभा चुनाव में जाना है। हम जनता के पास कैसे वोट मांगने जाएंगे। विधायक के पुलिया पर बैठने की खबर सुनते ही मौके पर लोगों की भीड़ इकट्ठा होने लगी है।
पुलिस से अभद्रता करने वाले जिला उपाध्यक्ष को पार्टी ने दिखाया बाहर का रास्ता
विधायक आशुतोष शुक्ला के पुलिया पर बैठने की खबर पर मौके पर एसडीएम बीघापुर और क्षेत्राधिकारी बीघापुर पहुंच गए। अधिशासी अभियंता शैलेश सिंह भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की। बोले ठेकेदार ने झूठी जानकारी दी थी। साइड विजिट नहीं किया था। पुलिया बनाने के लिए उन्होंने 2 दिन का समय मांगा है। ग्रामीणों ने शिकायत की की नहर में पानी भी नहीं आ रहा है। इस पर भी उन्होंने कहा की दो दिनों में पानी की भी समस्या खत्म हो जाएगी।