घटना कानपुर लखनऊ रेल मार्ग पर स्थित मगरवारा रेलवे स्टेशन की है। यहां पर गिट्टी उतारने का डिपो भी बना है। बीते 12 अगस्त की रात को डीएमटी गिट्टी लेकर एक रैक पहुंची। जिसमें डीजल इंजन लगा था। चालक ने रैक से डीजल इंजन को हटाकर अलग कर दिया और स्टेशन मास्टर को मेमो देकर चला गया।
13 अगस्त की सुबह जब दूसरा ड्राइवर आशीष कुमार इंजन के पास पहुंचा तो देखा कि डीजल गेज का शीशा टूटा हुआ है और डीजल टपक रहा है। इस पर उसे डीजल चोरी की आशंका हुई। इस संबंध में उन्होंने स्टेशन मास्टर को जानकारी दी।
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कैसे करते हैं चोरी
रेलवे के डीजल इंजन के पहिए के पास एक मीटर गेज लगा होता है। जिसे शीशे से बंद किया जाता है। इसी से इस बात की जानकारी हो जाती है कि इंजन में कितना डीजल है। चोर इसका लाभ उठाते हैं और शीशे को तोड़कर अंदर से डीजल पाइप के माध्यम से चुरा लेते हैं। 6 महीने पहले भी डीजल चोरी की घटना सामने आई थी। जब जैतिपुर रेलवे स्टेशन के पास मालगाड़ी को लेकर जा रही डीजल इंजन से डीजल चोरी हो गया था। जिसमें एक युवक को गिरफ्तार भी किया गया था।