उत्तर प्रदेश के कानपुर-लखनऊ के बीच बड़े पैमाने पर ओवरलोडिंग वाहनों के चलने की शिकायते आ रही थी। जिनसे सरकारी राजस्व को नुकसान हो रहा था। इसके साथ ही ओवरलोड के कारण सड़कों की भी दुर्दशा हो रही थी। उप संभागीय परिवहन कार्यालय के साथ जिला प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे थे। इसी क्रम में उप जिलाधिकारी हसनगंज रामदेव निषाद के नेतृत्व में सुबह 6 बजे से ओवरलोड वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया गया। जिसमें बालू और गिट्टी से लदी हुई 22 गाड़ियों को पकड़ा गया।
कुल 22 गाड़ियों का हुआ चालान, किया गया सीज
एआरटीओ प्रवर्तन ने ओवरलोड वाहनों के खिलाफ चालान की कार्रवाई करते हुए सीज किया। एआरटीओ प्रवर्तन ने 12 लाख 10 हजार 250 रुपए का चालान किया। जबकि खनन अधिकारी ने 11 लाख 25 हजार का जुर्माना लगाया। यह सभी जुर्माना ऑनलाइन किए गए हैं। सीज किए गए सभी 22 गाड़ियों को हसनगंज कोतवाली के सुपुर्द कर दिया गया है। उप जिलाधिकारी हसनगंज रामदेव निषाद ने बताया कि ओवरलोड वाहनों के खिलाफ आगे भी अभियान चलाया जाएगा। अभियान में शामिल होने वाले अधिकारियों में खनन अधिकारी के बी सिंह, एआरटीओ प्रवर्तन प्रतिभा, हसनगंज कोतवाली प्रभारी चंद्रकांत मिश्रा, चौकी इंचार्ज मोहान अनिल साहू आदि मौजूद थे।