अपनी आंतरिक शक्ति को पहचानकर समाज को कुछ देने की प्रवृत्ति सदैव बनाएं रखें
स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय व्याख्यान माला का आयोजन
स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय व्याख्यान माला का आयोजन
मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा स्वामी विवेकानंद की 162 वीं जयंती के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय व्याख्यान माला का आयोजन जिला पंचायत के सभागार में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। मुख्य अतिथि जिला पंचायत सीईओ अभय सिंह ओहरिया ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने संपूर्ण विश्व के सामने अपने कर्म के माध्यम से भारत देश की छवि आध्यात्मिक, परोपकारी और संस्कृति प्रधान देश के रूप में प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को अपनी आंतरिक शक्ति को पहचानना है और समाज को कुछ देने की प्रवृत्ति सदैव बनाए रखना है। स्वामी विवेकानंद का जीवन हमें प्रेरणा देता है कि अपने सकारात्मक व्यक्तित्व के निर्माण से हम श्रेष्ठ समाज और राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं, इसलिए सदैव अपना आत्मविश्वास मजबूत रखते हुए धैर्य बनाए रखना आवश्यक है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अंबिकेश प्रताप सिंह डिप्टी कलेक्टर ने कहा कि युवा वह है जो चैतन्य है, जीवन में सदैव जागृत अवस्था में रहते हुए सफलता का संकल्प लेकर उसको पाने के लिए सदैव प्रयास करते रहना चाहिए। साथ ही साथ अपने लक्ष्य के लिए निश्चित उद्देश्य को निर्मित करने का मुख्य उद्देश्य बनाना महत्वपूर्ण है। जिला समन्वयक रविंद्र शुक्ला ने कहा कि परिषद द्वारा देश के महापुरुषों को स्मरण कर उनके संदेश को समाज तक पहुंचाने की दृष्टि से इस प्रकार के आयोजन समय-समय पर समाज के साथ मिलकर किए जाते हैं। उन्होंने युवाओं से स्वामी जी के संदेश को आत्मसात करने का आह्वान किया। भास्कर सिंह चंदेल सचिव विद्या भारती जिला उमरिया ने अपने विचार वयक्त करते हुए सभी युवा अपने अंदर ऊर्जावान विचार सोचें तभी यह ऊर्जावान बनेंगे। स्वामी विवेकानंद जी के घेाष वाक्य उठो जागो और लक्ष्य पाने तक रुको मत, का विस्तार से वर्णन करते हुए उन्होंने युवाओं को लक्ष्य के प्रति सजग रहने का आह्वान किया।
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