आखिरी वक्त तक नहीं छोड़ा मां का हाथ, मां के साथ ही विदा हुआ दस साल का मासूम बेटा वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जानकारी दी गई और नाकाबंदी कर दी गई। दोपहर का यह घटनाक्रम पुलिस के लिए बेहद शर्मिंदगी का विषय बन सकता था इसलिए किडनेपर को पकडने और युवती को उनके शिकंज से मुक्त करने की कोशिश में कोई कमी नहीं छोडी गई थी। युवती को कार में बैठाकर ले जाने की सूचना मिली थी इसलिए सभी कारों पर विशेष नजर रखी जा रही थी। अपहरण की गुत्थी सुलझाने में व्यस्त पुलिस को तभी एक और सूचना मिली।
पहले दुल्हन के प्रेमी को गोली मारी, फिर दूल्हे ने लिए सात फेरे पुलिस को पता चला कि दरअसल किसी युवती का अपहरण किया ही नहीं गया है। मानसिक रूप से बीमार एक युवती को परिवार वाले अस्पताल ले जाने के लिए कार में बिठा कर ले जाना चाहते थे। युवती पिछले कुछ समय से फ्रीगंज में अपने फूफा के यहां रह रही थी, जबकि माता-पिता उसे अस्पताल ले जाना चाहते थे। इसी घटनाक्रम को कुछ लोगों ने अपहरण समझ लिया था।
कॉलेज में बिल्कुल मुफ्त में होगी पढ़ाई, इन स्टूडेंट्स को मिलेगी सुविधा पुलिस की जांच में भी यह पूरी तरह पारिवारिक मामला निकला। माधव नगर टीआई मनीष लोधा ने बताया कि दोपहर में शहीद पार्क के पास कांग्रेस का धरना प्रदर्शन चल रहा था। इसी बीच जानकारी लगी कि भाजपा लोक शक्ति कार्यालय के पास से एक युवती का अपहरण हो गया है। बाद में पता चला कि मानसिक बीमार युवती को उसके परिवार वाले अस्पताल ले जाना चाहते थे।