महाकाल मंदिर के पुजारी रमण त्रिवेदी के अनुसार, लंबे समय से इसरो के चेयरमेन सोमनाथ श्रीधर भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने इच्छा रखे हुए थे। मंदिर प्रबंधन की ओर से उन्हें आने का निमंत्रण भी भेजा गया था। ऐसे में समय निकालकर बुधवार को वो महाकाल दर्शन करने पहुंचे थे। पंडित त्रिवेदी का कहना है कि, पूजन के बाद एस. सोमनाथ ने ये वादा भी किया है कि, जल्द ही वो ‘महाकाल’ नाम का एक सेटेलाइट अंतरिक्ष में लॉन्च करेंगे।
यह भी पढ़ें- जनरल वार्ड में मरीजों-अटेंडरों के सामने कर दी महिला की डिलीवरी, प्राइवेट पार्ट में ही छोड़ दिया कॉटन
विश्व में चमकेगा महाकाल का नाम
आपको बता दें कि, महाकाल के सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विश्वभर में करोड़ों भक्त हैं। ऐसे में भगवान महाकाल के नाम से सेटेलाइट लांच होने से इसरो की प्रसिद्धि में और बढ़ोतरी होगी। आमतौर पर सेटेलाइट का नामकरण भगवान के नाम पर नहीं किया जाता, लेकिन भारतीय अंतरिक्ष केंद्र के इस फैसले का महाकालेश्वर मंदिर समिति के पंडित और पुरोहित स्वागत कर रहे हैं। पंडित और पुरोहित का दावा है कि, भगवान महाकाल के नाम से जो सैटेलाइट अंतरिक्ष में लांच होगा, वो अपने कार्य में निश्चिंत ही सफल होगा। हालांकि, इसरो चीफ की ओर से ये स्पष्ट नहीं किया गया है कि, महाकाल के नाम से लॉन्च होने वाले सैटेलाइट की अंतरिक्ष में भूमिका क्या होगी।
यह भी पढ़ें- अब पेपर लीक करने वालों की खैर नहीं : लगेगी रासुका, 10 साल जेल और 10 लाख जुर्माना भी
सब महाकाल के नाम से
ये बात तो सभी जानते हैं कि, अबतक यात्री बसों, रेल या किसी प्रतिष्ठानों को ही भगवान महाकाल का नाम दिया जाता रहा है। लेकिन ये पहली बार होगा, जब अंतरिक्ष में भगवान महाकाल के नाम से सैटलाइट भी लॉन्च होगा। भगवान महाकाल को कालों का काल कहा जाता है। भगवान महाकाल का उद्घोष करने से सारी व्याधा टल जाती हैं। यही वजह है कि, इसी वजह से कई प्रतिष्ठानों को भगवान महाकाल के नाम से जोड़कर रखा जाता है।