सामने आए वीडियो में नजर आ रहा है कि हादसा उस समय हुआ जब महाकाल के गर्भगृह में भस्म आरती चल रही थी। इस दौरान मंदिर के विशेष पुजारियों ने धुलेंडी पर्व मनाते हुए रंग और गुलाल उड़ाना शुरु किया। इसी दौरान पुजारी कपूर से महाकाल की आरती भी कर रहे थे। इस दौरान अचानक आग भभकी और ऊपर लगे फ्लैक्स को अपनी चपेट में ले लिया। इसी का जलता हुआ हिस्सा नीचे खड़े पुजारियों और सेवकों पर आ गिरा।
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बता दें कि जिस समय ये हादसा हुआ, तब मंदिर परिसर में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव पत्नी, उनका बेटा और बेटी मौजूद थे। तीनों भस्मारती दर्शन करने महाकाल मंदिर आए थे। हालांकि, सीएम का परिवार पूरी तरह से सुरक्षित है। वहीं, हालही में जानकारी सामने आई है कि घटना की जानकारी लगते ही मुख्यमंत्री मोहन यादव भी भोपाल से उज्जैन के लिए रवाना हो गए हैं। वो यहां हादसे के कारणों का जायजा लेने के साथ साथ घायलों का हालचाल जानेंगे। वहीं, भोपाल से निकलने से पहले ही सीएम ने इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं।
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आग की चपेट में आकर 6 पुजारी झुलस गए। वहीं 5 सेवकों समेत कुल 16 लोग झुलसे हैं। सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां से 8 पुजारियों को इंदौर के लिए रेफर किया गया है। सूचना पर कलेक्टर नीरज सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा अस्पताल पहुंचे। उन्होंने सभी के खतरें से बाहर होने की पुष्टि भी कर दी है। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि मंदिर में गुलाल उड़ाते समय आग अचानक भड़की थी। घटना के बाद गर्भगृह समेत पूरे मंदिर परिसर में हड़कंप मच गया। मंदिर के बड़े हिस्से में धुआं भरने लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। फिलहाल, मौके पर पहुंची महाकाल थाना पुलिस समेत मंदिर प्रबंधन के सुरक्षाकर्मियों ने सभी को खुले स्थान पर पहुंचाया। साथ ही, घायलों को अस्पताल के लिए रवाना कराया।