32 सौ करोड़ रुपए किए जा रहे खर्च
इस शो के अंतर्गत प्राचीन रुद्रसागर में फव्वारों से पानी की स्क्रीन तैयार कर उस पर ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के प्राकट्य और उज्जयिनी की गौरव गाथा दिखाई जाएगी। इसके लिए 32 करोड़ रुपए शासन की ओर से खर्च किए जाएंगे। सेटअप की स्थापना और संचालन के लिए मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम ने 22 नवंबर तक निविदा आमंत्रित की है।
केवल रात में होगा लाइट एंड साउंड शो
पानी पर होने वाला यह लाइट एंड साउंड शो केवल रात में ही होगा। इसे देखने के लिए श्रद्धालु यहां रुकेंगे और तड़के भस्म आरती में शामिल होंगे। रूद्र सागर पर जो ब्रिज बनेगा वह भी अत्यधिक खूबसूरत होगा। ब्रिज पर भी आकर्षक लाइट लगाई जाएंगी। कमल सरोवर में भी म्यूजिकल लाईट लगाए जाने का कार्य किया जाएगा।
रुद्र सागर में है नर्मदा, शिप्रा और गंभीर का पानी
आपको बता दें कि श्री महाकाल महालोक परिसर में सम्मिलित रुद्र सागर में लाइट एंड साउंड शो कराने के लिए पहले क्षेत्र के सीवरेज सिस्टम को सुधारा गया है। रुद्र सागर में आसपास के घरों से आने वाले पानी को मिलने से रोका गया है। रुद्र सागर का पानी हमेशा स्वच्छ रहे, इसके लिए अत्याधुनिक सिस्टम लगाकर इसमें नर्मदा, शिप्रा, गंभीर नदी का पानी भरा गया है।
यह है इसकी खासियत
रुद्र सागर के किनारों पर भगवान शिव और अन्य देवी-देवताओं की 190 मीटर से अधिक विशाल मूर्तियां स्थापित की गई हैं। लगभग 920 मीटर लंबी और 25 फीट ऊंची दीवार बनाकर शैल चित्र बनाए गए हैं। लैंडस्कैपिंग कर भगवान शिव को प्रिय पौधे रोपे गए हैं। पार्किंग, पेयजल, शौचालय सहित अन्य जन सुविधाओं का विस्तार किया गया है। ये सारे काम श्री महाकाल महालोक योजना अंतर्गत पहले चरण में 350 करोड़ रुपए के खर्च से कराए गए हैं। दूसरे चरण में 505 करोड़ रुपए से 18 काम होने हैं।
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ये कार्य हैं प्राथमिक
शासन की ओर से किए जा रहे कार्यों में कुछ कार्य ऐसे हैं, जिन्हें प्राथमिकता दी जा रही है। इन प्राथमिक कार्यों में छोटे रुद्रसागर चेतक का विकास एव सुंदरीकरण, रामघाट के सभी मंदिर और दीवारों का पुरातन स्वरूप में कायाकल्प, महाराज वाला भवन को हेरिटेज धर्मशाला के रूप में तब्दील करना, चार धाम मंदिर मार्केट से महाकालेश्वर मंदिर तक रुद्रसागर पर 210 मीटर लंबा पैदल पुल का निर्माण, महाराजवाड़ा क्रमांक-2 में बेसमेंट पार्किंग, हॉकर्स जोन का निर्माण, मन्नात गार्डन की सरकारी जमीन पर मेघदूत वन व पार्किंग करना शुमार है।