आखिरी वक्त तक नहीं छोड़ा मां का हाथ, मां के साथ ही विदा हुआ दस साल का मासूम बेटा शाम करीब 5 बजे राज्यपाल गेहलोत पत्नी अनिता गेहलोत के साथ नागदा से रुपेटा के लिए रवाना हुए। डेलनपुर कार्यक्रम से लौटते समय राज्यपाल गेहलोत का अचानक कुलदेवता दर्शन करने का मन बन गया। इस पर गेहलोत का काफिला डेलनपुर से करीब तीन किमी तक गया। इसके बाद रास्ता नहीं होने के कारण उनका काफिला आगे नहीं बढ़ पाया। तब राज्यपाल एक ग्रामीण की बाइक पर सवार हो गए।
पहले दुल्हन के प्रेमी को गोली मारी, फिर दूल्हे ने लिए सात फेरे वहीं उनकी पत्नी अनिता दूसरी बाइक पर बैठ गई। इस तरह गेहलोत सपत्नीक अपने कुलदेवता के ओटले पर पहुंचे। यहां वे दर्शन करने के बाद आगे बढ़े। बताया जा रहा है कि यह उनके तय कार्यक्रम में नहीं था। ऐसी स्थिति बनते ही उनके साथ मौजूद सुरक्षाकर्मी हरकत में आ गए और वे पीछे-पीछे पैदल पहुंचे।