अलग-अलग पेनकार्ड के नंबर
प्रत्याशी पारस जैन द्वारा नामांकन फार्म में दिए गए अलग-अलग पेनकार्ड के नंबर को लेकर आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे ने निर्वाचन विभाग से शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि आयकर विभाग द्वारा किसी व्यक्ति का एक पेनकार्ड दिया जाता है। भाजपा प्रत्याशी जैन द्वारा पिछले तीन चुनाव में दिए गए पेनकार्ड के नंबर अलग-अलग है। जैन ने २००८ में एबीएनपी जे ७५९७ एफ, वर्ष २०१३ में एबीएनपी ३७७९७ एफ व वर्ष २०१८ में एबीएनपी जे ७७९७ एफ नंबर से पेनकार्ड होना दर्शाया है। आरोप लगाया गया था कि जैन द्वारा गुमराह कर आय-व्यय से जुड़ी जानकारी छुपाई गई। इसी शिकायत के बाद उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राकेश कुशरे द्वारा उज्जैन कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र भेजकर मामले में जांच प्रतिवेदन तत्काल भेजने को कहा है।
छह कलेक्टर से भी मांगा जांच प्रतिवेदन
नामांकन फार्म में पेनकार्ड नंबरों की गड़बड़ी पर निर्वाचन कार्यालय द्वारा धार, जबलपुर, देवास, रीवा, बड़वानी व खंडवा कलेक्टर को भी इस संबंध में पत्र भेजकर जांच प्रतिवेदन मांगा है। दरअसल देवास से प्रत्याशी दीपक जोशी, बड़वानी से अंतरसिंह आर्य, धार से रंजना बघेल, जबलपुर से अजय विश्नोई, रीवा से गिरिश गौतम, खंडवा से देवेंद्र वर्मा तथा देवास राजेंद्र वर्मा द्वारा अलग-अलग नंबर के पेनकार्ड नंबर दिए गए थे। इनकी भी निर्वाचन कार्यालय से शिकायत की गई थी।