कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि, सीएम हेल्पलाइन की शिकायत बिना अटेंड किये अगले लेवल पर चले जाना एक आपराधिक कृत्य है। इस मामले में संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध वेतन रोकने के साथ साथ निलंबन की कार्यवाही भी की जाएगी। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को अपने अधीनस्थों में कार्य विभाजन कर शिकायतों के निराकरण के निर्देश दिए हैं। बता दें कि, बैठक में अपर कलेक्टर अवि प्रसाद समेत अन्य जिला अधिकारी मौजूद थे।
यह भी पढ़ें- शिवराज सरकार के मंत्री बोले- शराबबंदी जरूरी, लोगों से की बड़ी अपील
इनपर भी हुई चर्चा
कलेक्टर ने बैठक में महाशिवरात्रि पर्व पर दीपोत्सव के आयोजन हेतु विभिन्न जनपदों से अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही ये भी कहा कि, जिस भी कर्मचारी अधिकारी की ड्यूटी लगाई जा रही है, वो निष्ठापूर्वक सौंपी गई जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे। बैठक में श्रम विभाग द्वारा जिले में श्रमिकों के आयुष्मान कार्ड बनाने के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि, जिले में 12 हजार निर्माण श्रमिकों के आयुष्मान कार्ड बनना हैं, जिनमें से पांच हजार कार्ड बने हैं। कलेक्टर ने शेष सभी निर्माण श्रमिकों के कार्ड समय सीमा में बनाने के निर्देश दिये हैं। श्रम विभाग द्वारा इसी तरह संबल योजना के प्रकरणों में जीवितता प्रमाण-पत्र देने, ई-श्रम पंजीयन योजना के तहत पंजीयन करने के लिये भी सभी जनपदों से आग्रह किया गया है।