पीआरओ खेमराज मीणा ने बताया, जैसे कार में लगे सेंसर दुर्घटनाओं की आशंका जताते हैं, वैसे ही यह सिस्टम रेलवे व ट्रेन दुर्घटना की आशंका पर अलर्ट करेगा। इससे दुर्घटनाएं घटेगी। मुंबई-दिल्ली मार्ग पर इसे अपग्रेड किया जा रहा है।
इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग कर रहे अपडेट
यह अत्याधुनिक प्रणाली है, जो ट्रेन की आवाजाही पर सटीक नियंत्रण रख मानवीय त्रुटि के बाद भी दुर्घटना को समाप्त करती है। अभी भारतीय रेलवे में आरआरआइ (रूट रिले इंटरलॉकिंग) और पीआइ (पैनल इंटरलॉकिंग) सिस्टम है। मानवीय भूल पर दुर्घटना की आशंका रहती है। अब ईआइ से अपग्रेड किया जा रहा है।
स्पीड होगी तेज
– ईआइ ट्रेनों के सुरक्षित संचालन के लिए प्वॉइंट, क्रॉसिंग गेट व सिग्नल कंट्रोल करता है। – यह सिस्टम ट्रेनों को सुरक्षित करने में सक्षम है। – किस ट्रैक पर चलना है। एक ट्रैक पर दो ट्रेन आने से रोकेगा। – स्टेशन मास्टर की कार्यप्रणाली में सुधार, ट्रेनों की गति बढ़ाएगा।