पढ़ें ये खास खबर- विकास दुबे की गिरफ्तारी पर कांग्रेस ने कहा- ‘क्रोनोलॉजी समझिए, गृहमंत्री का है कानपुर कनेक्शन’
यूपी पुलिस कर चुकी है साथियों के एनकाउंटर
क्योंकि, एक तरफ जहां मध्य प्रदेश समेत पांच राज्यों की पुलिस और देशभर की खूफिया एजेंसियां उसे जिंदा या मुर्दा ढूंढने में दिन रात जुटी हुईं थी। वहीं, उत्तर प्रदेश पुलिस ने उसके कई साथियों का एनकाउंटर भी कर दिया है। बीते 24 घंटों के दौरान विकास के दो राइट हैंड माने जाने वाले प्रभात को कानपुर के पनकी और बऊआ दुबे उर्फ प्रवीण को इटावा में एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। इससे पहले बुधवार की सुबह विकास के खास गुर्गे अमर दुबे हमीरपुर में हुई मुठभेड़ में मार गिराया था। ऐसे में विकास को डर था कि, अगर वो सीधे तौर पर पुलिस गिरफ्त में आ गया तो पुलिस उसका भी एनकाउंटर करने में देर नहीं करेगी।
इसलिए महाकाल की शरण को माना सबसे सुरक्षित स्थान
इन सभी परिस्थियों को देखते हुए जानकारों का ये अनुमान है कि, विकास ने अपनी जान बचाने के लिए ही उत्तर प्रदेश को छोड़कर मध्य प्रदेश में सरेंडर करना चुना। जानकार ये भी मान रहे हैं कि, इसी लिए उसने धार्मिक स्थल को सरेंडर के लिए प्राथमिकता दी। क्योंकि, ये एक ऐसा स्थान है, जहां कोई उसका एनकाउंटर नहीं कर सकता था। यहां से चर्चा में आने के बाद उसपर पुलिस का जानलेवा जोर नहीं चल सकेगा।