गदर देखकर पिता बन गए थे ‘तारा सिंह’
पूरे गांव को फ्री में गदर-2 मूवी दिखाने वाले युवक का नाम धर्मेन्द्र है। जो कि उज्जैन जिले की घटिया तहसील के बकानिया गांव का रहने वाला है। धर्मेन्द्र के मुताबिक उनके पिता लक्ष्मीनारायण सनी देओल के बहुत बड़े फैन थे। जब पिता जी ने पहली बार गदर फिल्म देखी तो तभी से ‘तारा सिंह’ के गेटअप में रहने लगे थे। इतना ही नहीं रोजाना किसी न किसी गांव वाले को पकड़कर गदर फिल्म देखने चले जाते थे। फिल्म थियेटर से निकल गई तो एक वीसीआर और टीवी लेकर गांव के मंदिर में लगाकर पूरे गांव को गदर फिल्म दिखाई। मंदिर में रोज फिल्म गदर चला करती थी और पिता की गदर फिल्म के प्रति इसी दीवानगी के कारण गांव वाले उन्हें गदर सेठ कहने लगे थे।
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गदर-2 देखने की थी अंतिम इच्छा
धर्मेन्द्र ने बताया कि पिता को जब फिल्म गदर-2 के बारे में पता चला तो वो कहते थे कि गदर-2 फिल्म दिखाने के लिए पूरे गांव को लेकर जाऊंगा और फ्री में दिखाऊंगा। लेकिन फिल्म के रिलीज होने से पहले ही पिता का देहांत हो गया। पिता की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए उसने पूरे गांव को फ्री में गदर-2 मूवी दिखाई है। धर्मेन्द्र के मुताबिक उसने 60 हजार रुपए में पूरा सिनेमा हॉल बुक किया था लेकिन फिर भी जगह कम पड़ गई और कई लोग फिल्म नहीं देख पाए जिन्हें वापस भेजना पड़ा।
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बारात की तरह ट्रेक्टर लेकर पहुंचे फिल्म देखने
धर्मेन्द्र ने पिता की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए पूरा थियेटर ही बुक कर लिया तो वहीं गांव वालों में भी गदर-2 फिल्म का क्रेज इस कदर नजर आया कि वो बारात की तरह फिल्म देखने के लिए पहुंचे। आगे डीजे, पीछे ट्रैक्टर, बाइक का काफिला और गदर के गानों पर झूमते हुए लोग फिल्म देखने पहुंचे। गदर-2 देखने के बाद गांव के कुछ लोग धर्मेन्द्र के पिता लक्ष्मीनारायण ‘गदर सेठ’ को याद कर भावुक भी हो गए।
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