इसके बनने से
उज्जैन से दिल्ली-मुंबई की यात्रा मात्र 10 घंटे में पूरी हो जाएगी, वहीं हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से उज्जैन की कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा। साथ ही साथ 102 किलोमीटर लंबे एक्सेस कंट्रोल फोरलेन पर जगह-जगह अंडर पास (सब-वे) बनाए जाएंगे, यानी कहीं से भी कोई वाहन इस मार्ग पर नहीं आ सकेंगे।
ये भी पढ़ें: MP को एक और बड़ी सौगात, इटारसी से 978 किमी. तक में बिछेगा नया रेलवे ट्रैक सिंहस्थ आने-जाने वाले लोगों को होगी आसानी
उज्जैन-जावरा हाईवे बनने से सिंहस्थ आने-जाने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। बताया जा रहा है कि इस सड़क का निर्माण इस तरीके से किया जाएगा कि आने वाले समय में इसे आठ लेन किया जा सके। 10 मीटर चौड़े इस सड़क मार्ग को पेव्हड शोल्डर ग्रीनफील्ड फोर लेन हाइब्रिड एन्युटी मॉडल (एचएएम) पर बनाया जाएगा, सड़क किनारे ब्लॉक लगाए जाएंगे। मार्ग पर सात बड़े पुल, 26 छोटे पुल, 270 पुलिया, पांच फ्लाई ओवर, दो रेलवे ओवरब्रिज बनाए जाएंगे।
‘गरोठ’ होगा जंक्शन
- एमपी के इन तीन जिलों में एक्सप्रेस-वे की लंबाई कुल 245 किमी है। इस एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 1,350 किमी है।
- एमपी के मालवा क्षेत्र से देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे दिल्ली-मुंबई आठ लेन एक्सप्रेस-वे गुजर रहा है।
- यह एक्सप्रेस-वे प्रदेश के तीन जिलों 102 किलाेमीटर मंदौसोर, 90 किलोमीटर रतलाम और 52 किलोमीटर का सड़क मार्ग झाबुआ से गुजरेगा।