युवा माखनसिंह राजपूत का जन्म से बायां हाथ नहीं है। क्रिकेट के प्रति ललक ने माखनसिंह को क्रिकेट से जोड़े रखा। इन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतियोगिताओं में भाग लिया और अपनी टीम को विजय दिलवाई। अब उनका चयन दिव्यांग क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया ने ऑल राउंडर के रूप में किया है। वे 4 जून को नेपाल के लिए रवाना हो रहे हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाना माखनसिंह के लिए आसान नहीं था। इसके लिए उन्हें कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। आर्थिक परेशानी ने भी कई बार हताश किया, लेकिन खेल के प्रति जज्बे ने उन्हें हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार रखा।
वर्तमान में माखनसिंह एक निजी स्कूल में कक्षा 10 के विद्यार्थियों को पढ़ाकर अपना और अपने परिवार का गुजारा करते हैं, साथ ही उज्जैन डिवीजन सब सेंटर खेल मैदान में वे क्रिकेट का अभ्यास करते रहते हैं। उनके कोच राकेश चावरे ने बताया कि जब माखन अभ्यास के लिए आया तो उन्हें भी आश्चर्य हुआ कि एक हाथ से कोई क्रिकेट कैसे खेल सकता है। लेकिन कहते हैं न कि जब कुछ करने की ठान लो तो कायनात भी उसके साथ हो जाती है।
इसी कारण खेल के प्रति माखन की ललक देखकर राकेश चावरे ने भी उन्हें अपना शिष्य बनाया। दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन मप्र के अध्यक्ष मोहन द्विवेदी, सचिव सूरज मनकेले व अन्य कई वरिष्ठ चयन कमेटी के सदस्यों के सहयोग से माखनसिंह का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चयन किया गया।
आर्थिक मदद की दरकार
माखनसिंह को आर्थिक अभाव के कारण कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस कारण कई बार उन्हें पिछडऩा पड़ता है। इंडियन ड्रॉपबॉल फेडरेशन के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष भास्करराव भागवत ने माखनसिंह के लिए आर्थिक मदद की पहल की है। माखनसिंह ने सांसद, विधायक व जनप्रतिनिधियों से आर्थिक मदद की अपेक्षा की है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर तक अपनी पहुंच बना पाए
संभागीय क्रिकेट सचिव सुरेंद्र काबरा ने भी माखनसिंह को आगे बढ़ाने में समय-समय पर मार्गदर्शन प्रदान किया। माखनसिंह ने बताया परिवार के प्रोत्साहन के कारण वे अंतरराष्ट्रीय स्तर तक अपनी पहुंच बना पाए हैं। स्कूल के दिनों में 2019 में मप्र टीम में उनका चयन हुआ था। अच्छे प्रदर्शन के कारण भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम में भी सिलेक्शन हो गया। मध्यप्रदेश टीम में 300 से ज्यादा रन और 20 से ज्यादा विकेट लिए हैं। 2021 में दुबई में आयोजित दिव्यांग प्रीमियम लीग शारजाह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी इनका चयन किया गया। इसमें मुंबई आइडियल टीम से खेलते हुए पहली बॉल पर बोल्ड करने का रिकॉर्ड भी बनाया है।