इन नामों से पड़ता है गलत प्रभाव
साधू-संतों का कहना है कि
देवास गेट बस स्टैंड पर उतरकर श्रद्धालुओं को महाकाल मंदिर आने के लिए बेगम बाग, तोपखाना और अंडा गली जैसे क्षेत्रों से गुजरना पड़ता है। उनका मानना है कि क्षेत्रों के ऐसे नाम महाकाल मंदिर के पास होना सही नहीं है और यह गलत प्रभाव भी डालता है। महाकाल मंदिर के पुजारी महेश शर्मा ने भी कहा कि मंदिर के आस-पास के इलाकों को महाकाल वन या महाकाल क्षेत्र का नाम देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब कोई बेगम का राज नहीं है तो बेगम बाग़ नाम का क्या मतलब?
‘कायदे में रहोगे तो फायदे में रहोगे’, पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने महाकुंभ में विशेष समुदाय के प्रवेश पर कह दी बड़ी बात सांसद ने दिया मांग को समर्थन
उज्जैन से भाजपा सांसद अनिल फिरोजिया ने साधू-संतों द्वारा इस मांग का समर्थन किया है। उन्होंने सीएम मोहन यादव का 3 पंचायतों का नाम बदलने को लेकर आभार व्यक्त किया और अपनी मांग रखी। उन्होंने कहा कि सीएम का आभार, जिन्होंने 3 पंचायतों के नाम बदल दिए।
उज्जैन शहर के लिए मैंने एक और मांग रखी है, जिसे दिशा की बैठक और सीएम से भी आग्रह किया था कि देवास गेट बस स्टैंड से महाकाल मंदिर तक जाने वाले मार्ग का नाम ‘महाकाल लोक मार्ग’ होना चाहिए।