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शनि मंदिर क्षेत्र की पवित्रता पर संकट, होटल बनेेगी मदिरालय

मंदिर पुजारी और क्षेत्रीय लोगों के विरोध के बाद भी आबकारी विभाग होटल रूद्राक्ष में एफएल-३ का लाइसेंस

उज्जैनDec 10, 2021 / 07:05 pm

sachin trivedi

Crisis on the sanctity of Shani temple area, hotel will be built

मंदिर पुजारी और क्षेत्रीय लोगों के विरोध के बाद भी आबकारी विभाग होटल रूद्राक्ष में एफएल-३ का लाइसेंस

जितेन्द्रसिंह चौहान, उज्जैन…प्रदेश की धार्मिक नगरी के महत्व से जुड़े शनि मंदिर क्षेत्र में आबकारी विभाग एक बार फिर जन भावनाओं को नजरअंदाज करने की तैयारी कर रहा है। मंदिर पुजारी और क्षेत्र के लोगों के विरोध के बावजूद होटल रूद्राक्ष को शराब परोसने की अनुमति देने वाला एफएल-३ (होटल बार लाइसेंस) जारी करने की प्रक्रिया को विभाग ने हरी झंडी दे दी है, हालांकि आखिरी फैसला जिला स्तरीय कमेटी को करना है, लेकिन पूर्व में मांगी गई ऐसी ही अनुमति को खारिज करने के बाद फिर से लाइसेंस की तैयारी बड़ा सवाल खड़ा कर रही है।
आबकारी विभाग एक बार फिर धार्मिक नगरी की पवित्रता से खिलवाड़ की कवायद कर रहा है। विभाग प्रसिद्ध शनि मंदिर से सटे होटल रूद्राक्ष में शराब सर्व करने के लिए लाइसेंस देने जा रहा है। जबकि शराब लाइसेंस देने के विरोध में मंदिर के पुजारी और पूर्व समिति सदस्य ने लिखित में आपत्ति दर्ज करवाई है। बावजूद इसके विभाग ने कायदों को ताक पर रखकर होटल को एफएल-3 केटेगिरी का लाइसेंस जारी करने की कवायद पूरी कर ली है, आबकारी अफसर तर्क दे रहे हैं कि नियमों के मुताबिक ही लाइसेंस जारी कर रहे हैं और कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति आखिरी फैसला ले रही है। शनि मंदिर क्षिप्रा के त्रिवेणी संगम पर स्थित होने के कारण देशभर में प्रसिद्ध है। यहां हर वर्ष लाखों श्रृद्धालु पहुंचते हैं। पिछले सालों में भी मंदिर से चंद कदमों की दूरी पर बनी होटल रूद्राक्ष के संचालकों ने शराब लाइसेंस की अनुमति मांगी गई थी लेकिन इसे अस्वीकार कर दिया था। अब फिर से होटल को शराब सर्व का लाइसेंस जारी किया जा रहा है। इस पूरी प्रक्रिया पर मंदिर प्रबंध समिति के पूर्व सदस्य व सरपंच शैलेंद्र शर्मा ने विरोध जताते हुए आपत्ति दर्ज करवाई है। शर्मा के मुताबिक मंदिर पुजारी राकेश बैरागी भी शराब से संबंधित लाइसेंस देने की लिखित आपत्ति दर्ज करवा चुके हैं। बावजूद इसके लाइसेंस देने की प्रक्रिया की जा रही है, इसका सभी स्तर पर विरोध किया जाएगा।

इसलिए कर रहे हैं विरोध
1. होटल और मंदिर प्रवेश का एक ही मार्ग
शनि मंदिर और होटल एक ही मार्ग पर है। मंदिर से होटल चंद कदमों की दूरी पर है। होटल में आयोजित पार्टियों में आने वाले लोगों के वाहन मंदिर तक खड़े होते हैं। ऐसे में शराब विक्रय होने से शराबियों का हुड़दंग मंदिर तक होगा।
2. शनि-रवि को श्रृद्धालु आते, उसी दिन होटल में भीड
मंदिर के लोग बता रहे हैं शनि मंदिर में सबस ज्यादा भीड़ शनिवार और रविवार को होती है। इसी क्षेत्र की होटल में शराब पर विकेंड के चलते भीड़ जमा होगी। इससे विवाद भी पैदा हो सकते हैं।
3. 100 मीटर के कायदे का पूरा पालन नहीं
आबकारी नियमों के मुताबिक स्कूल, धार्मिक स्थल से 100 मीटर दूर पर ही शराब दुकान खोली जा सकती है। होटल रूद्राक्ष की दूरी भी 100 मीटर के करीब है। अधिकारियों द्वारा अपने हिसाब से दूरी का आंकलन किया जा रहा है।
4. मंदिर क्षेत्र की पवित्रता होगी खत्म, होंगे अपराध
होटल में शराब लाइसेंस देने के विरोध में मंदिर के लोग बता रहे हैं कि शनि मंदिर क्षेत्र पूरी तरह से आध्यात्म व पवित्र क्षेत्र है। वर्तमान में होटल में रोजाना पार्टियों के आयोजन के चलते तेज संगीत के कारण यहां पूजा-अर्चना में विध्न होता है। वहीं अब शराब शुरू होने से सुबह से शाम तक नशे करने वाले लोग जुटेंगे, इससे अपराध भी होंगे।

सीधी बात….आबकारी विभाग के प्रभारी उपायुक्त नरेंद्र सिंघल से
१. सवाल- होटल रूद्राक्ष को शराब लाइसेंस जारी कर रहे हैं।
जवाब- हां, एफएल-3 का लाइसेंस दे रहे हैं।
२. सवाल- आपत्ति के बाद भी लाइसेंस दिया जा रहा है।
जवाब- आपत्ति की सुनवाई कर ली गई है, नियमों के मुताबिक लाइसेंस दे रहे हैं।
३. सवाल- धर्मस्थल से 100 मीटर क्षेत्र में होने पर भी लाइसेंस दे रहे हैं।
जवाब- होटल से मंदिर की दूरी मुझे पता नहीं है, दूरी की जांच कर ही रिपोर्ट तैयार की है।
४. सवाल- लाइसेंस कब जारी कर रहे हैं।
जवाब- लाइसेंस हम अकेले जारी नहीं करते। कलेक्टर, जिला पंचायत सीइओ, पीडब्ल्यूडी इई की समिति बनी है, वह निर्णय करेगी।

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