ये है पूरा मामला
दरअसल, कुछ दिन पहले तीन थानों की पुलिस ने चाकूबाजी की घटनाओं में शामिल करीब दो दर्जन अपराधियों का सामूहिक जुलूस निकाला था। इस जुलूस में भाजपा के बूथ अध्यक्ष विकास करपरिया को भी शामिल किया गया था। पुलिस ने भाजपा नेता सहित सभी अपराधियों से उठक-बैठक भी करवाया था। जुलूस निकलने के बाद विकास ने सीएम हेल्पलाइन पर पुलिस की शिकायत कर दी। यही नहीं, विधायक अनिल जैन, नगर अध्यक्ष विवेक जोशी, उपाध्यक्ष जगदीश पांचाल और पार्षद योगेश्वरी राठौर सहित अन्य भाजपा नेताओं ने
उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा से दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की थी। शिकायत के बाद एसपी ने कोतवाली थाने के एसआई बबलेश कुमार, प्रधान आरक्षक तरुण पाल और आत्माराम को लाइन अटैच कर दिया।
यह भी पढ़े – बैतूल-भोपाल नेशनल हाइवे पर बड़ा हादसा, तेज रफ्तार बस खाई में गिरी, 28 यात्री घायल पुलिस का पक्ष
हालांकि, पुलिस का कहना है कि विकास ने थाना आकर एसआई बबलेश को धमकी दी थी जिसका सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद है। पुलिस का कहना कि विकास पर माधव नगर थाने में भी जुआ एक्ट से जुड़ा एक मामला दर्ज है।
यह भी पढ़े – सपना आने के बाद पुजारी ने कराई खुदाई, जमीन से निकला कुछ ऐसा की उड़ गए सबके होश भाजपा का पक्ष
भाजपा नेताओं का कहना है कि विकास करपरिया का चाकूबाजी में कोई रिकॉर्ड नहीं है और उसकी तबीयत खराब थी लेकिन पुलिस ने उसे घर से बुलाकर जुलूस में शामिल कर दिया। इस घटना के बाद भाजपा नेताओं ने पुलिस पर गलत कार्रवाई करने का आरोप लगाया।