Udaipur Violence: दोनों बच्चों के बीच कई दिन से चल रही थी तू-तू मैं-मैं, सामने आई ‘अनबन’ की असली वजह
Udaipur Violence: चाकू वार में छात्र की जांघ की मुख्य नस कट गई। एमबी अस्पताल पहुंचाने पर तुरंत ऑपरेशन किया। छात्र आईसीयू में है और चिकित्सकों ने उसकी हालत नाजुक बताई है।
Udaipur Violence News: उदयपुर। सहपाठी छात्र पर चाकू से वार के मामले में पुलिस ने आरोपी छात्र को डिटेन किया, वहीं उसके पिता को गिरफ्तार किया। पुलिस ने शिक्षकों से भी जानकारी ली। आरंभिक जानकारी में आया कि दोनों छात्रों के बीच दो-तीन दिन से तू-तू मैं-मैं चल रही थी। इसी को लेकर आरोपी ने कक्षा में शुक्रवार सुबह पीड़ित छात्र पर कुर्सी फेंक दी थी।
इस दौरान टीचर के आने पर माहौल शांत हो गया। इसके बाद इंटरवेल में आरोपी ने चाकू से वार कर दिया। वह स्कूटर की डिक्की में हथियार रखकर लाया था। सहपाठियों ने बताया कि पीड़ित को घायलावस्था में पड़ा देखा। प्रिंसिपल को बताकर घायल को अस्पताल पहुंचाया। बच्चों की सजगता से घायल को समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सका। शिक्षक भी अस्पताल पहुंचे।
दोनों के बीच मामूली बात को लेकर हुआ था झगड़ा
जांच अधिकारी डीएसपी छगन राजपुरोहित ने बताया कि शुक्रवार को दोनों छात्रों के बीच पेंसिल दिखाने की बात को लेकर झगड़ा हुआ था। बात बढ़ गई व कक्षा में ही बदसलूकी भी हुई। इसके बाद आरोपी किशोर ने चाकूवार की वारदात को अंजाम दिया।
तुरंत उपचार और ऑपरेशन
चाकू वार में छात्र की जांघ की मुख्य नस कट गई। एमबी अस्पताल पहुंचाने पर तुरंत ऑपरेशन किया। छात्र आईसीयू में है और चिकित्सकों ने उसकी हालत नाजुक बताई है। आरएनटी प्राचार्य डॉ. विपिन माथुर ने बताया कि अस्पताल पहुंचने के दौरान छात्र का ब्लड प्रेशर बहुत कम था। शरीर से बहुत खून निकल चुका था। पहले से सूचना मिलने पर डॉक्टर और सभी चिकित्साकर्मी पहले से अलर्ट हो गए। सर्जन डॉ. रामस्वरूप सैनी मौके पर पहुंच गए।
समझाइश का दौर
अस्पताल में सांसद रावत, ग्रामीण विधायक मौला, भाजपा शहर जिलाध्यक्ष रविंद्र श्रीमाली, पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट के अलावा कांग्रेस जिलाध्यक्ष फतेहसिंह राठौड़, पंकज शर्मा भी मौजूद थे।
अस्पताल में बार-बार माहौल गर्माता रहा। युवाओं ने इमरजेंसी के बाहर काफी देर तक नारेबाजी की। इधर, अस्पताल में दो जनों की गतिविधियां संदिग्ध मानते हुए भीड़ ने पीट दिया।
मां और बहन बेसुध
अस्पताल परिसर में घायल छात्र के रिश्तेदार और समाज के लोग भी मौजूद थे। किशोर की स्थिति खराब होने की सूचना पर रिश्तेदारों महिलाएं विलाप करने लगी। छात्र की मां और बहन बेसुध हो गई।