नगर निगम सीमा क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में करीब 100 से 150 जगह खांचा भूमि (स्ट्रिप ऑफ लैंड) फंसी पड़ी है, जिन पर कब्जे हो रखे हैं। निगम अभी उनके रिकॉर्ड खंगालने से पहले इन जमीनों पर काबिज लोगों को खुली ऑफर दे रहा है कि वे पैसा जमा करवा ऐसी जमीनों को अपने नाम करवाएं। समय सीमा निकलने के बाद निगम ऐसी जमीन चिहिृत कर बाद में उन पर कार्रवाई करेगा।खांचा भूमि की श्रेणी में 900 स्कवायर फीट या इससे कम भूखंड का ही बेचान किया जाएगा। आवेदनकर्ता को यह भूखंड रिजर्व दर या डीएलसी दर से जो अधिक है उसकी दुगुनी कीमत पर दिया जाएगा ताकि नगर निगम को राजस्व प्राप्त हो सके। इन जमीनों को लेने के लिए पड़ोसियों के लिए प्राथमिकता रहेगी।
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निगम दे रहा आमंत्रणनगर निगम क्षेत्र में किसी भी भवन या भूखंड के पास यदि स्ट्रिप ऑफ लैंड उपलब्ध है तो उसके पास स्थित भवन एवं भूखंड के मालिक नगर निगम में संपर्क करें। नगर निगम इनकी बिक्री के लिए आवश्यक कार्रवाई जल्द ही प्रारंभ करेगा। निगम के पास ऐसे 8 से 10 प्रकरण चुके हैं। पूरे शहरभर में करीब 100-150 प्रकरण हैं, जिन्हें निगम आगे चलकर भूमि खरीद के लिए आमंत्रित कर रहा है।
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फिर गिरेगी गाज
पहले आगे चलकर लोगों को जमीन अपने नाम करवाने के लिए आमंत्रित कर रहा है। बाद में निगम एक-एक वार्ड में ऐसी जमीन चिहिृत कर उन पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगा।
जनता के लिए अच्छा मौका जनता के लिए यह अच्छा मौका है, उन्हें निगम आगे चलकर प्रोपर्टी को विधिक रूप से करने का अवसर दे रहा है। उन्हें भविष्य में कोई परेशानी नहीं आएगी और कानूनी पेचिदगियों में भी नहीं उलझना पड़ेगा।
आशीष कोठारी, अध्यक्ष, भवन निर्माण समिति