जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. राजीव पचार ने बताया कि कानजी का हाटा निवासी राजेश उर्फ राजू उर्फ राजकुमार जोशी पुत्र लालुराम जोशी को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। आरोपी राजेश जोशी सब्जी मण्डी में फल का ठेला लगाता है। कोरोना काल में आर्थिक तंगी के चलते आरोपी ने अकेली वृद्धा को निशाना बनाया था। यहां से दस तोला सोना और करीब 50 हजार रुपए नकदी लूटना सामने आया है। आरोपी राजेश का मृतका के पति नीलकण्ठ की मृत्यु से पहले देखरेख के लिए घर आना जाना रहता था।
दीवार पर मारा सिर
घटना के दिन मृतका के घर के पास शोक बैठक होने से रिश्तेदारी की आवाजाही थी। रिश्तेदारों के निकलते ही राजेश वृद्धा के घर चला गया। पुरानी जान पहचान होने से स्नेहलता ने राजेश को अन्दर बैठाया और पानी पिलाया। मौका पाते ही आरोपी ने वृद्धा के गले में तोलिया डालकर सिर को दीवार से टकरा दिया। हत्या कर जेवरात, नकदी, मोबाइल ले गया।
यह थी घटना
हिरणमगरी थाना क्षेत्र में टेकरी-मादड़ी लिंक रोड आनन्द विहार गली नम्बर-2 में 19 जुलाई को 75 वर्षीय स्नेहलता पत्नी नीलकंठ त्रिवेदी की हत्या हो गई थी। शाम 5.45 बजे उदयपुर में ही रहने वाली ननद घर पहुंची तो वारदात का पता चला। घर से जेवर-नकदी गायब थे। शिवानगर हिरणमगरी निवासी सुधीर रंजन त्रिवेदी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उनकी चाची स्नेहलता त्रिवेदी पत्नी स्व. नीलकंठ त्रिवेदी घर में अकेली रहती थी।
इस टीम की रही भूमिका
एएसपी सिटी गोपालस्वरूप मेवाड़ा, उपअधीक्षक राजीव जोशी के पर्यवेक्षण में जांच हुई। हिरणमगरी थानाधिकारी रामसुमेर मीणा, सूरजपोल थानाधिकारी डॉ. हनवन्तसिंह राजपुरोहित, थानाधिकारी प्रतापनगर विवेक सिंह, सवीना थानाधिकारी रविन्द्र चारण के नेतृत्व में टीमें गठित की। हेडकांस्टेबल गजराज, कांस्टेबल प्रहलाद पाटीदार, अनिल पुनिया, रामजीलाल सैनी, लोकेश रायकवाल की मुख्य भूमिका रही।
दस साल रहा जेल में
आरोपी राजेश ने पार्सिलोना स्पेन की रहने वाली युवती से 30 अक्टूबर 2000 को गुलाबबाग में बलात्कार किया था। मामले में 6 नवम्बर 2001 को उसे उम्रकैद की सजा हुई थी, लेकिन नाबालिग होने से दस साल की ही सजा दी गई। ऐसे में वह दस साल जेल में रह चुका है।