सर्दियों में रहता है पक्षियों का जमावड़ा
सर्दियों के महीनों में यहां देसी और प्रवासी पक्षियों का जमावड़ा रहता है। जो कई महीनों तक इस तालाब के आसपास रहते हैं। तालाब के पानी में मछलियों और अन्य जलजीवों की भरमार हैं, जो पक्षियों के लिए प्रमुख खाद्य स्रोत के रूप में काम करती हैं।
तालाब का भरपूर जलस्तर पक्षियों के लिए फायदेमंद
तालाब का भरपूर जलस्तर न केवल पक्षियों के लिए फायदेमंद है, बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र रहता है। यहां आने वाले पर्यटक पक्षियों की विविधता और उनके स्वाभाविक व्यवहार का नज़दीकी से अवलोकन कर सकते हैं। तालाब का शांत और हरा-भरा वातावरण, पक्षियों की चहचहाहट के साथ, एक अनोखा अनुभव प्रदान करता है। यह स्थान बाहरी पर्यटकों के लिए भी महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल के रूप में उभर रहा है।
इस तालाब पर पूरी तरह से शिकार करना प्रतिबंध :
रुण्डेड़ा तालाब पर किसी भी प्रकार का शिकार पूरी तरह से प्रतिबंधित है। स्थानीय लोग ही तालाब की देखरेख और प्रकृति की सुरक्षा करते हैं। कई बार शिकारियों ने रात में मछलियों का शिकार करने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने पकड़कर धुनाई कर पुलिस को सौंप दिए। इसके बाद से यहां कोई शिकारी शिकार करने की हिम्मत नहीं करता है। इनका कहना है… तालाब के लबालब होने से पक्षियों के लिए यह सुरक्षित ठिकाना है। पर्याप्त भोजन और पानी की उपलब्धता के कारण पक्षी बिना किसी बाधा यहां अपना प्रवास कर सकेंगे। तालाब सर्दियों में देसी और विदेशी पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों को आकर्षित करता है। जो यहां कई महीने बिताते हैं। वही दुर्लभ होती जा रही ब्लैक ब्रेस्टेडविवर बर्ड घोंसले बनाने लग गई है। जो बहुत ही सुखद बात है।
देवेंद्र मिस्त्री, पक्षी विशेषज्ञ, उदयपुर रुण्डेड़ा तालाब पर सर्दी की शुरुआत के साथ ही पक्षियों का आना शुरू हो जाता है, जो लंबे समय तक वहां रहते हैं। पेलिकन, मांटेग्यू हैरियर, पाई हैरियर, ब्लैक नेक्ड स्टोर्क, ओस्प्रे, यूरेशियन स्पून बिल, इजिप्शियन वल्चर, इंडियन स्पोटेड ईगल, यूरेशियन विजन, स्पोटेड डक, बार हैडेड गूज, रडी शैल डक, नॉर्दन पिनटेल, कॉमन पोचार्ड, लिटिल ग्रीब, चेस्टनट बिल्ड सेण्ड ग्राउज, मार्श हैरियर, सारस क्रेन, कॉमन क्रेन सहित पक्षियों का डेरा रहता है।
रोहित द्विवेदी, वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर, उदयपुर अच्छी बारिश ने रुण्डेड़ा तालाब को फिर से जीवंत कर दिया है, जिससे न केवल पक्षियों को पर्याप्त भोजन मिलेगा, बल्कि पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि होगी।
बसंत कुमार भट्ट, वार्डपंच, रुण्डेड़ा इस साल अच्छी बारिश से तालाब लबालब भर गया है। सर्दियों में यहां पक्षियों का जमावड़ा रहता है, जिसे देखने पर्यटक आते रहते हैं। सोनू भगवतीलाल हरजोत, पक्षी प्रेमी, ग्राम पंचायत रुण्डेड़ा