बन रहा यह महायोग
इस दिन सावन का 5वां सोमवार, पूर्णिमा और रक्षाबंधन का महासंयोग है। इस दिन रक्षाबंधन और सावन के अंतिम सोमवार पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। साथ ही रवि योग, शोभन योग और श्रवण नक्षत्र का महासंयोग बनेगा। श्रवण नक्षत्र होने से सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है।भद्रा को लेकर यह मान्यता
धार्मिक मान्यता के अनुसार रक्षाबंधन पर्व भद्रा काल में नहीं मनाया जाता। मान्यता है कि भद्रा काल के दौरान राखी बांधना शुभ नहीं होता है। पौराणिक कथा के अनुसार रावण को बहन ने भद्रा काल में राखी बांधी थी और उसी साल रावण का वध हुआ।राशि अनुसार बांध सकते हैं अलग-अलग रंगों की राखियां
1- मेष राशि वाले भाई को लाल डोरी की राखी बांधे।2- वृषभ वाले भाई को सफेद रेशमी राखी बांधे।
3- मिथुन राशि के नाम वाले भाई को हरे रंग की राखी बांधे।
4- कर्क राशि के नाम वाले भाई को पीली रेशम की राखी बांधे।
5- सिंह राशि वाले भाई को पंचरंगी डोरे वाली राखी।
6- कन्या राशि वाले भाई को गणेशजी के प्रतीक वाली राखी बांधे।
7- तुला राशि वाले भाई को हल्के पीले डोरे वाली राखी बांधनी चाहिए।
8- वृश्चिक राशि के नाम वाले भाई को गुलाबी डोरे वाली राखी बांधे।
9- धनु राशि के नाम वाले भाई को पीली व सफेद डोरी से बनी राखी बांधे।
10- मकर राशि के नाम वाले भाई को मिलेजुले धागे वाली राखी बांधे।
11- कुंभ राशि वाले भाई को नीले रंग से सजी राखी।
12- मीन राशि के नाम वाले भाई को पीले-नीले जरी की राखी बांधे।
रक्षासूत्र बांधने का समय
1- चर-लाभ-अमृत-चर दोपहर 02.07 से रात 08:20 तक।2- दोपहर 01.48 से 04.22 बजे तक विशेष मुहूर्त रहेगा।
3- प्रदोष काल शाम 06.57 से रात 09:10 तक रहेगा। यह भी पढ़ें – World Photography Day : फोटोग्राफी का बढ़ रहा क्रेज, पैशन के साथ युवाओं को मिला रहा रोजगार