ग्रामीणों के अनुसार कलात पूर्व में नठारा ग्राम पंचायत से जुडा था। जो कुछ वर्ष पूर्व अलग ग्राम पंचायत बनी। लेकिन मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। मोबाइल नेटवर्क तक नहीं होने से एकबारगी यहां के निवासियों का संपर्क अन्य गांवों से नहीं हो पाता।
पूरी पंचायत में एक इंच सड़क नहीं
ग्राम पंचायत कलात का पूरा क्षेत्र पहाड़ीनुमा है। कुछ दिनों पूर्व उदयपुर सांसद ने करीब छह किलोमीटर तक पैदल चलकर पूरे क्षेत्र का दौरा किया। जहां कहीं भी सड़क नजर नहीं आई। यह क्षेत्र नठारापाल के नाम से भी जाना जाता है। पंचायत में करीब 2700 लोग निवास करते हैं। जिनमें कलात फला, घोड़ा फला, राता खेत फला, ऐडा धावड़ा, हल्दुदरा, पुनावली, गोटा पानी, बामनिया, बुज फला, सुखा मुडा, तीखा फला, राणा कुडी घाटी, मोरिया भाटडा, खाखादरा फला सहित कई फलों में लोग रहते हैं।
इनका कहना है…
पूरी ग्राम पंचायत आदिवासी बाहुल्य है। बिखरी आबादी व पहाड़ियों में फैली हुई है। ग्रामीण आधारभूत सुविधाओं से वंचित है। खासकर सड़क को लेकर हमने कई बार संबंधित विभाग व जनप्रतिनिधियों को अवगत करवाया, लेकिन आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया। -पिंकी मीणा, सरपंच, कलात क्षेत्र में सड़कें नहीं होने से बीमार लोगों को झोली में डालकर करीब 15 से 20 किलोमीटर दूर इलाज के लिए ले जाना पड़ता है। लोगों को काफी परेशानी हो रही है। चुनाव के समय जनप्रतिनिधि आश्वासन देकर भूल जाते है।
-रामलाल मीणा, उप सरपंच, कलात ग्राम पंचायत का गठन वर्ष 2015 में हुआ, लेकिन अभी तक आदिकालीन युग में जी रहे है। आज भी महिलाओं को डिलीवरी के लिए 8 से 10 किमी तक झोली में लेकर जाना पड़ता है। कई बार प्रसूताएं बीच रास्ते में दम तोड़ देती है।
-कलावती मीणा, पूर्व सरपंच, कलात