मेवाड क्षत्रिय महासभा के वरिष्ठ सदस्य मनोहरसिंह कृष्णावत ने कहा कि किसी युग के अंदर नारी अपने अस्तित्व को कायम रखने के लिए अपने शरीर को ज्वाला के अंदर प्रज्वलित कर अपने सम्मान को बचाती थी और समाज के अंदर उस बात को देखकर आने वाली पीढ़ी एक सबक लेती थी। आज मुझे कहते हुए बड़ा अफसोस है कि समाज में जिनका मूल्य होता था, आज वे गिराए जा रहे हैं।
फिल्म का मेवाड़ में विरोध करेंगे : दुलावत
विश्व हिंदू परिषद के डॉ परमवीर सिंह दुलावत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का हम सम्मान करते हैं लेकिन किसी एक व्यक्ति की भावना के लिए 125 करोड़ देशवासियों की भावना का भी ध्यान रखना चाहिए। अगर यह फिल्म मेवाड़ में लगाई जाती है तो विहिप इसका विरोध करेगा। अगर कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो ये सरकार की जिम्मेदारी रहेगी।