गौबा ने जम्मू और कश्मीर में धारा 370 समाप्त करने बड़ी भूमिका निभाई. उन्होंने सरकार द्वारा दिए गए इस काम का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया. गृह मंत्री अमित शाह के साथ वह इस पूरी प्लानिंग में जुटे रहे. कार्रवाई से पहले हालात का जायजा लेने के लिए राजीव गौबा ने घाटी का भी दौरा किया था.
गौबा 1982 के झारखंड बैच के आईएएएस अधिकारी हैं. वह शहरी विकास मंत्रालय में सचिव के पद पर भी रहे हैं. झारखंड में मुख्य सचिव के पद पर रहने के दौरान उन्होंने मजदूरों के बीच नक्सलियों की पैठ खत्म करने के लिए श्रम सुधार की दिशा में काम किया था. बिहार के विभाजित होने से पहले वह नालंदा, मुजफ्फरपुर और गया में डीएम रहे हैं.
वह शहरी विकास मंत्रालय में सचिव के पद पर भी रहे हैं. झारखंड में मुख्य सचिव के पद पर रहने के दौरान उन्होंने मजदूरों के बीच नक्सलियों की पैठ खत्म करने के लिए श्रम सुधार की दिशा में काम किया था. बिहार के विभाजित होने से पहले वह नालंदा, मुजफ्फरपुर और गया में डीएम रहे हैं.