पूर्व में उस क्षेत्र से विभिन्न सामाजिक संगठनों ने जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर इस प्रकार की गड़बडिय़ों की शिकायत की जिस पर जिला परिषद ने जांच के आदेश दिए थे। जांच में सामने आया कि कई स्थानों पर इन कार्यों में गड़बडिय़ां मिली, इसमें ठेकेदार से लेकर राजीविका एवं ग्राम पंचायतों के जेटीए की लापरवाहियां भी सामने आई है। सभी से अलग-अलग वसूली की गई और राशि सरकारी कोष में जमा की गई।
जिला परिषद सीईओ डॉ. मंजू ने बताया कि इस संबंध में जागरूक युवा संगठन और भ्रष्टाचार विरोधी संघर्ष समिति द्वारा शिकायत मिलने पर जॉच दल गठित करते हुए क्षेत्र में 2500 से अधिक केटल शेड की की जॉंच कराई गई, जिसमें कई कार्यों पर अनियमितता पाई गई। तत्कालीन नरेगा के अधिशाषी अभियंता राजेश बंसल के नेतृत्व में जिले में कार्यरत समस्त सहायक अभियंता एवं तकनीकी सहायकों के माध्यम से मौके पर जाकर जॉच कराई, जिसमें जॉच दल के अधिकारियों/कर्मचारियों ने अपने कार्यक्षेत्र के अतिरिक्त इन कार्यो की जॉच की। दल ने पंचायत समिति खेरवाडा, ऋषभदेव की विभिन्न ग्राम पंचायतों के गांवों में लाभार्थियों के घर जाकर जांच की। उन्होंने बताया कि जांच में दोषियों से 34 लाख रुपये की रिकवरी करवाई गई है। सीइओ ने बताया इस मामले में जिन स्थानों की शिकायतेें थी उनमेें से कई जगह अभी भी जांच की जा रही है।