गोइठा से सुखाने लगे क्रिकेट पिच
पटना के मोइनउल हक स्टेडियम में बिहार और कर्नाटक के बीच रणजी ट्रॉफी का मुकाबला खेला जा रहा है। लेकिन मैच से ज्यादा पिच के सुखाने की तरकीब पर चर्चा हो रही है। दरअसल पिच को सुखाने के लिए न पंखा, या ड्रायर का सहारा नहीं बल्कि देसी तकनीक का सहारा लिया गया। स्टेडियम में पिच को सूखा रखने के लिए गोइठा का सहारा लिया गया, जिसके उपला भी कहा जाता है। यह वही उपला या गोइठा है, जिसे जलाकर बिहार का फेमस लिट्टी चोखा बनाया जाता है। क्रिकेट के मैदान पर ऐसा नजारा शायद ही कभी देखने को मिला था। देखने को मिला जो पहले शायद ही कभी देखा गया हो।
हेलीकॉप्टर भी किया गया था इस्तेमाल
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब पटना के मोइनउल हक स्टेडियम की पिच को सुखाने के लिए जुगाड़ लगाया गया हो। इससे पहले 1996 में वर्ल्डकप के दौरान बिहार सरकार को बीच में आना पड़ा था और कुछ ऐसा हुआ था, जो आज तक कोई भूल नहीं सकता है। जिम्बाब्वे और केन्या के बीच मैच के पहले भारी बारिश हो गई थी. तब उस समय मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने मैदान को सुखाने के लिए स्टेडियम के ऊपर हेलीकॉप्टर से चक्कर कटवाए थे।