सार्वजनिक निर्माण विभाग में फाइल चली, उप मुख्यमंत्री एवं सार्वजनिक निर्माण मंत्री सचिन पायलट के कार्यालय में भी फाइल गई। सार्वजनिक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता अक्षय कुमार जैन ने इस पर आदेश भी निकाल दिया जिसमें कहा कि डाक बंगले में १७ कमरों में से चार कमरों को छोडक़र बचे १३ कमरें सर्किट हाउस के लिए सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) को स्थायी रूप से दे दिए जाए। डाक बंगले में कमरों के अलावा दो डोरमेट्री, केन्टिन आदि है।
इधर, सर्किट हाउस की तरफ से जीएडी को डाक बंगले के १३ कमरों के हस्तांरण के आदेश की जानकारी से अवगत कराते हुए आगे का मार्गदर्शन मांगा है। वैसे वहां सबसे पहले मेनेंटेनस का कार्य किया जाएगा, गार्डन, सडक़ और कमरों का रखरखाव और फर्नीचर का कार्य पूरा होने के बाद अगली रूपरेखा तय की जाएगी।
सर्किट हाउस में बुकिंग के बाद जब यहां सब कमरें फुल हो जाएंगे तब बुक होने वाले कमरों का आवंटन डाक बंगले में किया जाएगा। वहां पर शुरूआती में सुबह चाय व ब्रेकफॉस्ट का प्रबंध किया जाएगा। लंच व डीनर के लिए वहां ठहरने वाले यात्रियों का प्रबंध मुख्य सर्किट हाउस में ही होगा। वैसे दोनों ही स्थान फतहसागर के पास ही है। साथ ही अगर डाक बंगलों के कमरे भी अमूमन फुल रहेंगे तो वहां मुख्य भवन की तरह ही दूसरा सर्किट हाउस संचालित किया जाएगा, इसमें वहां लंच-डीनर भी शुरू कर दिया जाएगा।
– 30 कमरें सर्किट हाउस में
– 17 कमरें डाक बंगले में
– 13 कमरें देंगे सर्किट हाउस को
– 04 कमरें पीडब्ल्यूडी के पास रहेंगे इनका कहना है…
राज्य सरकार के स्तर निर्णय हुआ है। इसमें चार कमरें विभाग के पास रखकर बाकी कमरें सर्किट हाउस को दिए जाएंगे। हमने संबंधित को सूचित कर दिया है।
– अक्षय कुमार जैन, उप सचिव (वक्र्स)
पीडब्ल्यूडी जयपुर