शव जल्दी भेजने की कार्यवाही को लेकर स्थानीय विधायक और
उदयपुर सांसद के माध्यम से विदेश मंत्रालय को पत्र लिखे गए थे। तीनों की फाेरेंसिक रिपोर्ट 7 अगस्त को आने के बाद शवों को भारत लाने का रास्त साफ हो पाया था। अप्रूवल के बाद टिकट कराए गए। बताया कि तीनों में से दो कमरे में मृत पाए गए, जबकि तीसरे को अस्पताल ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया था। सभी एक ही कंपनी में काम करते थे। वहां की फोरेंसिक रिपोर्ट में पॉइजन होने के कारण मौत होने की बात सामने आ रही है। मृतकों में परसराम गुर्जर (23) नाडियाखेड़ी तारावट, श्यामलाल गुर्जर (28) वर्ष गोटीपा वल्लभनगर और रामचंद्र जणवा (36) चायला खेड़ा ईंटाली निवासी है।
देर रात अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचे शव
तीनों के शव फ्लाइट से रात्रि 2.30 बजे अहमदाबाद पहुंचे। मृतक के परिचित और दुबई में काम करने वाले संपत चौहान चायला खेड़ा, जगदीश गुर्जर करणपुर एवं लालूराम गुर्जर गड़ा और हेमंत जणवा, भरत जणवा, शंकर लाल जणवा नवानिया शवों को लेकर आए। अहमदाबाद सें एंबुलेस से शवों को इनके पैतृक गांव लाया जाएगा, जहां आज अंतिम संस्कार होगा। रामचंद्र परिवार में इकलौता, परसराम की शादी की तैयारी
परसराम गुर्जर की तो 9 जुलाई को सगाई को लेकर लड़की के शगुन ले जाने वाले थे, वही रामलाल परिवार में इकलौता है। इसके एक 5 साल का बच्चा है। रामलाल के पिता का बचपन में ही निधन हो गया था। फोरेंसिक रिपोर्ट दूतावास भेजी : दोस्तों ने बताया कि उस दिन दोपहर 12 बजे एक युवक ने साथ काम करने वाले दोस्त को फोन कर बताया कि उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है। दोस्त ने एंबुलेंस और पुलिस स्टेशन को फोन किया और खुद भी वहां पहुंचा। तब जाके मामले का पता चला की 2 की मौत हो चुकी है। रिपोर्ट में आया की किसी रसायन या जहर से मौत हुई है। दुबई पुलिस भी मामले की जांच कर फोरेंसिक रिपोर्ट दूतावास को सौंपी है।
पूरे गांव में किसी महिला ने नही लिया मंशापूर्ण व्रत का संकल्प
गुरुवार चौथ को चायला खेड़ा गांव में किसी महिला ने व्रत का संकल्प नहीं लिया, क्योंकि मृतक रामचंद्र की पत्नी भी व्रत करने वाली थी। जब ये बात ग्रामीणों को पता चली तो ग्रामीणों ने आपसी बैठक कर सामूहिक फैसला लिया कि अपने गांव में सोमवार को व्रत संकल्प लिया जाएगा, अभी मुहूर्त नहीं है। हालांकि ग्रामीणों ने रामचंद्र के मौत की खबर परिजनों को नहीं दी। अन्य मृतकों के परिवार में भी किसी की मां तो किसी के पिता को इस हादसे की खबर नही है। गांव में करीब 150 महिलाओं ने व्रत संकल्प नहीं लिया।