सई लेती है अपना ट्रांसफर आर्डर सई कॉलेज में अपनी टीम से मिलकर अपना ट्रांसफर आर्डर लेती है । डीन और पुलकित दोनों उसे समझाते हैं कि वह नागपुर छोड़कर ना जाए । अगर उसे चौहान निवास में रहने से प्रॉब्लम है । तो नागपुर में कोई मकान रेंट पर रख ले। और गडचिरोली में इतनी अच्छी एजुकेशन व्यव्स्था भी नही मिलेगी । वह सई जैसे ब्राइट स्टूडेंट को नहीं खोना चाहते हैं।
विराट और सम्राट लेकर आते हैं बप्पा की मूर्ति
विराट और सम्राट बप्पा की मूर्ति लेकर चौहान निवास आते हैं। सम्राट ने कई सारे बच्चों को भी इनवाइट किया होता है । सब मिलकर नाचते गाते हैं । पत्रलेखा बप्पा की मूर्ति की आरती करने के लिए एक्साइटिड रहती है। वह मन ही मन सोचती है इसी बहाने उसे विराट की आरती करने का भी मौका मिलेगा । पर अश्वनी सई को बुलाकर कहती है कि विराट और बप्पा की आरती तुम कर लो।
सई और विराट मिलकर करते हैं बप्पा की मूर्ति की स्थापना।
बप्पा की आरती करने के बाद सई और विराट मिलकर बप्पा के मूर्ति की स्थापना करते हैं । पूरा चौहान निवास खुशी-खुशी बप्पा का स्वागत करता है। अश्विनी पत्रलेखा से कहती है कि कल तुम मोदक तुम बनाना । पर विराट कहता है कि इस बार मोदक वह बनाएगा। ताकि सम्राट उसके हाथ का मोदक टेस्ट कर सके। सई मूर्ति की स्थापना करके चुपचाप अपने कमरे में चले जाती है।
(Precap– सई के चौहान निवास को छोड़कर जाने वाली बात देवयानी को पता चल जाती है । वह कहती है” मैं नीचे जाकर सबको बता रही हूं” तब सई उसे समझा कर मना कर देती है । सई देवयानी से कहती है कि ननद भाभी के बीच का सीक्रेट किसी को नहीं बताते । देवयानी किसी से नहीं बताएगी कि सई का क्या प्लान है । दिव्यानी मान जाती है पर विराट इन दोनों को बात करते हुए थोड़ा बहुत सुन लेता है। जिससे उसके मन में शक पैदा हो जाता है। कि सई क्या करने वाली है।)