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पति की खामोशी से डर गई थी पत्नी
दरअसल, अरुण गोविल का स्वभाव लोगों ने जैसा टीवी पर देखा वैसे ही वो असल जिंदगी में भी हैं। उनकी पत्नी ने बताया था कि कैसे वो उनकी खामोशी समझने लगी थीं लेकिन उससे पहले एक किस्सा हुआ था। उन्होंने कहा- अरुण बहुत शांत रहते थे, कुछ बोलते ही नहीं थे तो एक दिन मैंने परेशान होकर पूछा कि क्या आपने मुझसे जबरदस्ती शादी की है। आप कुछ बोलते ही नहीं हैं। तब उन्होंने कुछ नहीं कहा लेकिन दूसरे दिन एक कार्ड मेरे हाथ में थमा दे दिया। उसमें वॉटरफॉल बना हुआ था और लिखा था- अगर तुम मेरी खामोशी को नहीं समझ सकती तो मुझे कैसे समझोगी। उस दिन के बाद मैं उन्हें समझने लगी। उसके बाद मैंने कभी उनसे ये सवाल नहीं किया।
अरुण गोविल को भगवान की तरह पूजते हैं लोग
इसके अलावा उन्होंने एक भावुक किस्सा भी सुनाया था। रामायण के बाद वैसे भी अरुण गोविल को लोग भगवान की तरह ही पूजते थे। उन्होंने बताया था कि एक बार एक बच्चे के पिता की मौत हो गई थी लेकिन वो रो नहीं रहा था। बच्चा चौथी क्लास में था, उसे समझ थी लेकिन वो शांत था। तब लोगों ने उससे पूछा कि तुम रो क्यों नहीं रहे हो, बच्चे ने जवाब दिया- मैं क्यों रोऊं, अमल के पापा (अरुण गोविल) को कहूंगा वो मेरे पापा को वापस ले आएंगे। ये सुनकर हम बेहद भावुक हो गए थे।