अनुपमा ने दी तोषो को घर से जाने की इजाज़त
अनुपमा तोषो को कहती है कि उसे जाना है तो जा, लेकिन खुशी से जा। ये दिखाकर मत जा कि वो परिवार को तोड़कर जा रहा है। ये दिखाकर जा कि वो एक और परिवार बनाने जा रहा है। अनुपमा कहती है वो बार-बार अपने माता-पिता को मारे नहीं। वो अपने माता-पिता के साथ रहना सीख नहीं पाया और परिवार उसके बिना नहीं रहना सीख पाया। अनुपमा कहती है कि वो जाने की तारीक बता दें। उसे कब जाना है। किंचल कहती है कि वो नहीं जाना चाहती। अनुपमा ये फैसला किंचल और तोषो पर छोड़ जाती है।
पाखी नहीं देखना चाहती मां अनुपमा की शक्ल
किंचल को समझाते हुए अनुपमा कहती है कि कल पाखी के लिए बड़ा दिन है। पाखी कहती है कि उससे आपको क्या मतलब है? अनुपमा पाखी को समझाती हैं कि कल उसके लिए बड़ा दिन है। वो आज थक गई तो कल उसे दिक्कत होगी। अनुपमा कहती है कि कल पूरा परिवार उसका डांस परफॉर्मेंस देखने के लिए आएगा। तभी पाखी कहती है कि सब आएंगे लेकिन वो नहीं आनी चाहिए। पाखी साफ शब्दों में कहती है कि अगर अनुपमा कल आई तो वो स्टेज से उतर जाएगी।
ये सुनकर वनराज और पूरा परिवार हैरान हो जाता है। काव्या भी कहती है कि उसे महान बनने का शौक है। वनराज काव्या और पाखी को चुप रहने को कहता है, लेकिन पाखी वनराज को भी कहती है कि अगर उसने भी उसे डांटा तो वो कल डांस नहीं करेंगी।
बॉ-बाबू जी पाखी के साथ सख्ती से पेश होने की दी सलाह
पाखी अनुपमा को कहती है कि वो कल अपनी बेस्टी के साथ डांस करके ये प्रूव करेगी कि उसे उसकी जरूरत नहीं है। कल वो अपनी बेस्टी के साथ डांस करेगी। पाखी चली जाती है। वनराज काव्या और अनुपमा के सामने हाथ जोड़कर कहता है कि वो रोज-रोज तमाशा करना बंद करें। नहीं तो आज तोषो घर छोड़ने की बात कह रहा है। कल समर और पाखी भी घर छोड़ने को कहेंगे और वो भी किसी कुएं में जाकर खुद जाएगा। तभी बॉ वनराज को कहती है कि पाखी अभी संभाल ले नहीं तो कल को मां-बाप के सामने चप्पल लेकर खड़ी हो जाएगी। बाबू जी भी वनराज को समझाते हैं कि उसे पाखी को सख्ती से समझना होगा। अनुपमा अकेले में रोती है।
किंचल-तोषो के बीच हुआ फिर झगड़ा
किंचल गुस्से में कमरे में रहती है। वो गुस्से में कपड़े निकलाती है। ये देख तोषो का मुंह बन जाता है। किंचल अपना ताकिया लेकर सोफे पर सो जाती है। ये देख तोषो गुस्सा हो जाता है। तोषो किंचल को कहता है कि वो वहां क्यों सोई है? तभी किंचल कहती है कि वो अभी और ड्रामे के मूड में नहीं है।
समर-नंदनी ने अनुपमा का साथ देने का किया वादा
समर नंदनी के पास जाता है। नंदनी पाखी को लेकर चिंता जताती है। नंदनी कहती है कि वो काव्या के साथ रहते हुए ऐसी हो गई है। नंदनी कहती है कि पाखी के पास इतनी अच्छी मां है। लेकिन उसे उनकी कीमत नहीं पता। नंदनी गुस्से में कहती है कि उसे उन बच्चों पर बहुत गुस्सा आ जाता है। जिन्हें मां के पास रहने पर उनकी कोई कीमत समझ नहीं, लेकिन जैसे ही दूर पढ़ाई के जाते हैं तब मिस यू की कविता और तस्वीरें सोशल मीडिया पर लगाने लगते हैं। नंदनी और समर एक-दूसरे से वादा करते हैं कि जो गलतियां पाखी और तोषो कर रहे हैं। वो कभी नहीं करेंगे।
सूर्य देवता से अनुपमा ने लगाई मदद की गुहार
अनुपमा सवेरे सूर्य देवता को जल चढ़ाते हुए प्रार्थना करती है। अनुपमा सूर्य देवता से कहती है कि वो तो पूरी दुनिया में रोशनी करते हैं। वो भी पाखी की बुद्धि का ब्लब जला दें। अनुपमा कहती है कि रिश्तों में दरारा सी आ गई है। ऐसे में वो थोड़ा सा प्लास्टर कर दें। अनुपमा भगवान से कहती है कि वो कुछ ऐसा जादू कर दें कि वो सारे रिश्तों को ठीक करने के लिए प्रार्थना करती है।
काव्या को वनराज की सलाह
वनराज काव्या को कहता है कि वो बैंक जाएगा और लोन के लिए अप्लाई करेगा। काव्या वनराज को कहती है कि वो अनुपमा को किराया दे तो रहा है। साथ ही वो कारखाने की मालकिन बनकर बैठी है। वनराज काव्या को पाखी पर ध्यान देने के लिए कहता है। वनराज काव्या से कहता है कि पाखी को हार बिल्कुल भी पसंद नहीं है। ये सुनकर काव्या कहती है कि ये तो उसे भी पसंद नहीं है। काव्या वनराज के जाने के बाद मन ही मन सोचती है कि वो आज पाखी के साथ जीतेगी और अनुपमा को करारा जवाब देगी।
बाबू जी को समझाया अनुपमा ने
अनुपमा अपने बच्चों के डांस कॉम्पिटिशन के लिए बॉ के साथ तैयारियां कर रही होती है। तभी बाबू जी भी आकर दोनों की मदद करने लगते हैं। अनुपमा मना करती है तो बाबू जी दुखी होकर कहते हैं कि वो उन्होंने 20 लाख कर्ज दिया है। ऐसे में 20 पैसे की मदद तो करने दें। अनुपमा बाबू जी को समझाती है कि वो यूं दुखी होना बंद कर दें। अनुपमा कहती है कि कारखाना भी उन्होंने दिया है। जिस डांस एकेडमी और कैफे के लिए वो इतनी मेहनत कर रहे हैं। फिर वो कैसे उसे बचा पाते। बॉ कहती है कि वनराज भी लोन के लिए अप्लाई कर रहा है। तभी अनुपमा बॉ से पाखी के पास जाने तो कहती है।
तोषो के बर्ताव से अनुपमा किंचल हैरान
नंदनी तभी तोषो और किंचल से कहती हैं कि वो टाइम पर आ जाए। शाम को पाखी की डांस परफॉर्मेंस है। तोषो कहता है कि वो नहीं आ सकता है। उसकी मीटिंग है। ये सुनकर किंचल गुस्सा हो जाती है कि उसे पता था कि पाखी के स्कूल में फंक्शन है। तो वो उस हिसाब से अपनी मीटिंग रख सकता था। तोषो को कहता है कि ये जरूरी है क्या वो भी वहां पर बैठकर तालियां बजाए। किंचल और तोषो के बीच बहस बढ़ जाती है।
काव्या के साथ खुश पाखी
तभी काव्या पाखी को लेकर आती है और उसे तैयार करने लगती है। काव्या पाखी के फेस पर मास्क लगाती है और उसके बाल बनाने लगती है। पाखी को काव्या के साथ खुश देख पूरा परिवार हैरान हो जाता है। अनुपमा को ये बात काफी चुभती है। काव्या पाखी के साथ डांस करती है और अनुपमा को देखते हुए मन-मन ही उसकी बेटी को उससे अलग होने की बात कहती है।
( Precap– पाखी की बढ़ती बदतमीजियों को देख बाबू जी बड़ा फैसला लेते हैं। बाबू जी पूरे परिवार को कहते हैं कि जो भी शख्स पाखी फंक्शन में उसका डांस देखने जाएगा। वो किसी से बात नहीं करेंगे। बाबू जी कहते हैं कि उसने अपनी मां की बेइज्जती की है। बाबू जी अनुपमा को स्कूल भेजने के बाद दरबाजे पर कुंडी लगा लेते हैं।)