वनराज देखता है कि अनुपमा आजा नचले गाने पर डांस करते हुए खुशी के साथ इंजॉए कर रही है। वनराज देखता है कि अनुपमा एक पत्थर पर अपना पांव रखने वाली होती है तो अपना हाथ रख देता है। फिर जैसे ही वो अपना पांव रखती है वो जोर से चिल्लाता है। अनुपमा कहती है कि वो यहां क्या कर रहा है। वो उसे डांटता है कि वो एक बच्चे की तरह बाहर क्यों आ गई बिना उसे बताए। अनुपमा दुखी हो जाती है। वनराज हंसता है और कहता है कि मजाक कर रहा है। वो उसे चेयर पर बिठाता है। वो कहती है कि वहां सनलाइट दिखी तो पेड़ ढूंढते हुए यहां आ गई फिर वो रास्ता भटक और उसे डर लगने लगा। लेकिन फिर उसे बहुत शांति महसूस हुई जैसे किसी मंदिर में हो और पता नहीं चला कि कब वो डांस करने लगी जैसे उसकी मुलाकात खुद से हो गई हो। वनराज कहता है कि तीन दिनों बाद उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल जाएगी, उसने कभी नहीं सोचा था कि ऐसी स्थिति भी उसकी जिंदगी में आएगी।
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शादी के दिनों की अनुपमा-वनराज को आई यादअनुपमा कहती है कि जिंदगी उनकी सोच के हिसाब से नहीं चलती है और पुराने दिनों को याद करती है जब वो उसे देखने आया था और उसे लगता था कि वो उसे देखते ही रिजेक्ट कर देगा। वो कहता है कि उसे खुद को कम नहीं समझना चाहिए क्योंकि वो सुंदर दिखती है। वो कहती है कि वो उसके जैसी खूबसूरत नहीं है जब वो उसे देखने आया था, वो कॉलेज में थी और भावेश उसके पास भागकर ये बताने आया था कि विनोद खन्ना के जैसा दिखने वाला लड़का तुम्हे देखने आने वाला है। वो कहता है कि उसने उसे खिड़की से देखा था और वो बहुत गुस्से में दिख रही थी। वो कहती है कि वो पढ़ना चाहती थी और सोच रही थी कि वो गठबंधन के लिए क्यों आए हैं। वो कहता है कि उसने उसकी बनाई चाय एक घूट में पी ली थी और वो बहुत अच्छी बनी थी। वो कहती है कि उसे वनराज से पहली नजर में ही प्यार हो गया था लेकिन उसे नहीं हुआ। वो कहता है कि तोशू के जन्म के बाद उसके चेहरे पर बहुत चमक आ गई थी और वो बस उसे देखता रहता था। वो कहती है कि वो उससे शादी करने के लिए तैयार क्यों हो गया था जब वो उसके लिए अनफिट थी। उसने उसमें क्या देखा। वो कहता है पत्नी।
काव्या आगबबूला कहती है कि वनराज ने उसे अभी तक कॉल बैक नहीं की, वो लोग एक साथ कर क्या रहे हैं। नंदिनी उसे याद दिलाती है कि वो दोनों पति और पत्नी है। काव्या कहती है कि उनके बीच अब कुछ नहीं बचा है। नंदिनी पूछती है कि फिर वो इतना घबरा क्यों रही है। काव्या सोचती है कि जब भी चीजें ठीक होने वाली होती हैं, वनराज कुछ नहीं करता है और पता नहीं उसके दिमाग में क्या चल रहा है। वो वनराज के वकील को फोन करती है और उसके तलाक की तारीख के बारे में पूछती है। वकील कहता है कि उसने मिस्टर शाह को पहले ही डिवोर्स तलाक के पेपर्स भिजवा दिए हैं। वो सोचती है कि उसका शक सही था कि वनराज उससे अपने डिवोर्स के बारे में छुपा रहा है और परिवार के साथ पिकनिक पर चला गया। उसे अब पता लगाना होगा कि वनराज के मन में क्या चल रहा है।
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काव्या से कैसे हुआ था वनराज को प्यार?वनराज अनुपमा को 25 साल तक उसके और उसके परिवार की सेवा करने और 3 प्यारे बच्चे देने के लिए धन्यवाद करता है। वो कहता है कि वो सही कह रही थी कि उनके बीच कुछ तो था जिसने उन्हें 25 सालों तक साथ बनाए रखा लेकिन अब वो डिवोर्स ले रहे हैं। वो कहती है कि वे पुरी जिंदगी साथ चलते लेकिन वो पीछे रह गई क्योंकि वो उसके लिए अनफिट थी। वनराज कहता है कि वो तो बस चल रही थी लेकिन वो भागने लगा था, उसे उसको समझना चाहिए था क्योंकि वो भी परफेक्ट नहीं है। उसने अपना ऑफिस बनाया, घर बनाया और काव्या के क्लोज चला गया और धीरे-धीरे उससे प्यार करने लगा, उसे अनुपमा से ये सब नहीं छुपाना चाहिए था ये उसने गलती की।
अनुपमा कहती है कि उन्हें इस बारे में डिस्कस नहीं करना चाहिए। वो कहता है कि तीन दिनों बाद क्या होगा, वो पाखी को नहीं संभाल पाएगा और पूरे परिवार को अकेले कैसे हैंडल करेगा। वो कहती है कि उसके साथ काव्या होगी और एक औरत पत्नी बन जाती है जब पति उसे सपोर्ट करता है। एक डंडी उसपर गिर जाती है और वो चिल्लाती है सांप। वो कहता है कि ये सिर्फ एक डंडी है और हंसता है, फिर कहता है कि सब लोग आ गए होंगे और उन्हें जाकर देखना चाहिए। वो जल्दी से उठती है और कहती है कि चलो। वो रुक जाता है और कहता है कि सब संभाल लेंगे। वो कहती है कि वो लोग संभाल लेंगे और वो खुशी और दुख के पलों को याद करते हुए उसके साथ चलेगी जब तक तलाक नहीं हो जाता।
(Precap: रिजोर्ट से लौटते हुए वनराज अनुपमा से पूछता है कि उन्हें परिवार को कब उनके तलाक के बारे में बताना चाहिए। उधर काव्या वनराज और अनुपमा के तलाक के बारे में परिवार को बताने के बारे में सोचते है और उन्हें बताने जाती है।)