किंचल पहुंची ढोलकिया के ऑफिस
किंचल को ऑफिस में देख ढोलकिया चौंक जाता है। ढोलकिया कहता है कि क्या वो रिजाइन देने आई है। किंचल कहती है कि वो माफी मांगने आई है। किंचल कहती है कि वो समझ गई है कि उसकी गलती है। किंचल कहती है कि वो समझ गई कि आप अपनी वाइफ से परेशान हैं। ऐसे में आप केवल इमोशनल सपोर्ट मांग रहे थे। दफ्तर में काम करते हुए यहां भी फैमिली बन जाती है। किंचल कहती है कि वो अब वो समझ गई है। वो अपने बॉस से विनती करती है कि वो उसे इस प्रोजेक्ट से ना निकाले।
किंचल के आने से खुश ढोलकिया
ढोलकिया अपनी सीट से उठता है और किंचल को चुप कराने लगता है। ढोलकिया कहता है कि आज से वापस ऑफिस ज्वाइन कर सकती है। वो नहीं चाहता कि ऑफिस से कोई सुंदर लड़की जाए। ढोलकिया किंचल कॉर्पोरेट करने की बात भी कहता है। वो कहता है कि उसे लेट नाइट तक काम करना होगा, उसके साथ फॉरेन ट्रिप पर भी जाना होगा। ढोलकिया कहता है कि वो बहुत खुश है कि वो वापस आ गई है। ढोलिकया किंचल से कहता है कि आज उसकी खुशी में सेलिब्रेट करने चलते हैं। ढोलकिया किंचल से छोटी सी ड्रेस पहने को कहता है।साथ ही कहता है कि वो अपने घर में कह दे की वो घर लेट आएगी।
ढोलिकया को किंचल ने दिया बड़ा झटका
जैसे ही ढोलकिया किंचल को चुप कराने उसके पास जाता है। किंचल उसकी ओर देख मुस्कुराती है और कहती है कि हां वो खुश है कि लेकिन अब उसके रोने की बारी है। किंचल बताती है कि वो लाइव है। किंचल फोन दिखाती है और अनुपमा ढोलकिया को जय श्री कृष्ण ढोलकिया साहब। तभी दिखाया है जाता है कि कैसे घर में छिड़ी बहस के बीच किंचल अनुपमा से कहती है कि वो ठीक कह रही थी। कि ढोलकिया जैसे लोग उन्हें हर जगह मिलेगा। वो अब डरेगी नहीं। तब सारा परिवार एक हो जाता है।
अनुपमा परिवार संग पहुंची दफ्तर
अनुपमा भी ढोलकिया के ऑफिस पहुंच जाती है। अनुपमा फोन लेकर ढोलकिया की वीडियो बनाती है। ढोलकिया को अनुपमा कहती है कि किंचल का पूरा परिवार उसे सजा देने आया है। किंचल बताती है कि ढोलकिया जैसे लोग ऑफिस में महिलाओं को इस कदर टॉर्चर करतें हैं। जब तक वो टूट ना जाए। वहीं राखी दवे ढोलकिया को कहती है कि ऐसी हरकतें करते हुए भी उसने ये नहीं सोचा कि किंचल किस घर की बेटी है। तभी अनुपमा कहती है कि बेटी बड़े घर की हो, या छोटे घर की हर लड़की को सम्मान मिलने की जरूरत है।
अनुपमा ने जड़ा ढोलकिया के मुंह पर जोरदार थप्पड़
ढोलकिया वनराज को कहता है कि वो आज उसे समझाना आया है। एक दिन वो भी ऑफिस में यही करता था। ढोलकिया कहता है कि वो भी काव्या के साथ ऑफिस में यही करता था। वनराज कहता है कि वो काव्या से प्यार करता था। तभी काव्या कहती है कि एक रिश्ते में लड़की और लड़के दोनों की मर्जी होनी चाहिए। तभी ढोलकिया किंचल को धमकी देता है कि वो उसे नहीं छोड़ेगा। ये देख अनुपमा ढोलकिया के पास आती है और जोरदार थप्पड़ मार देती है। राखी दवे ढोलकिया का कॉलर पकड़ती है और खूब खरी-खोटी सुनाती है।
ढोलकिया ने दफ्तर की कई लड़कियों संग की बदतमीजी
किंचल बताती है कि ढोलकिया ने उसे ही नहीं ऑफिस की कई और लड़कियों को भी काफी परेशान किया है। ऑफिस की लड़कियां बताती हैं कि कैसे ढोलकिया उन्हें गंदे मैसेज भेजता है। उसके साथ बाहर ना जाने की वजह से उसने उसका काम करना ही रोक दिया। अनुपमा का पूरा परिवार ढोलकिया को खूब जलील करते हैं। वो कहते हैं कि कैसे ढोलकिया जैसे लोगों के खिलाफ आवाज़ उठानी चाहिए। अनुपमा कहती है कि उसकी बहू किंचल रोज दफ्तर में काम करने आएगी। उसके साथ किसी ने भी बदसलूकी की थी। तो वो उसकी आंखे निकाल लेगी।
यौन उत्पीड़न के खिलाफ उठाएं आवाज़
तभी ढोलकिया के दफ्तर में का एक शख्स बताता है कि कंपनी में एक सेल है। जिसमें यौन उत्पीड़न के खिलाफ एक सेल है। जिसमें यौन उत्पीड़न के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए जाते हैं। वनराज बताता है कि यौन उत्पीड़न के लिए कई नियम बनाए गए हैं। जिसके मुताबिक दफ्तर में किसी भी कर्मचारी के फिजिक्ल होने की कोशिश करना, भद्दे कमेंट्स करना, गंदी वीडियोज दिखाना या मैसेज दिखाना।
वनराज कहता है कि हर दफ्तर में एक ऐसी कमेटी होती है। जो ये मामले देखते हैं। अनुपमा भी सभी विनती करती है कि वो यूं लोगों का साथ दें। दफ्तर में काम करने वाला एक शख्स कहता है कि वो ढोलकिया के खिलाफ एक मेल करें। वो सख्त से सख्त कार्रवाही करेंगे।
स्वतंत्रता दिवस की तैयारी में जुटा शाह परिवार
पूरा परिवार घर लौटता है और वीडियो पर व्यूज़ देख हो रहे होते हैं। किंचल पूरे परिवार को थैंक्यू बोलती है। वनराज कहता है कि अब ढोलकिया के बारें में कोई बात नहीं करेगा। तभी पाखी कहती है कि कल नेशनल हॉलिडे है। अनुपमा कहती है कि छुट्टी नहीं स्वतंत्रा दिवस है। तभी वनराज कहता है कि कल मामा जी का जन्मदिन भी है। ये बात सुनकर पूरा परिवार वनराज को गुस्से की नज़र से देखता है कि उन्होंने सरप्राइस बेकार कर दिया। मामा जी खुशी में नाच रहे होते हुए हैं और तभी भूल जाते हैं कि वो क्यों नाच रहे थे।
वनराज कहता है कि कुछ लोग स्वतंत्रता दिवस के दिन सुबह जल्दी नहीं उठते हैं। अनुपमा कहती है कि कुछ लोग तो घर से बाहर भी नहीं जाते। यहां तक की अपने बच्चों को भी स्वतंत्रता दिवस के बारें में नहीं बताते हैं। काव्या कहती है कि वो कैसे स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। सभी कहते हैं कि वो कल देखने को मिलेगा।
( Precap– अनुपमा का पूरा परिवार स्वतंत्रता दिवस मनाता है। सभी अलग-अलग राज्यों के वेशभूषा में दिखाई देते हैं। अनुपमा का परिवार धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस मनाता है। )