जिसके बाद विवाद ने तूल पकड़ लिया। विद्यालय के बाहर सरपंच प्रतिनिधि राजू ङ्क्षसह के नेतृत्व में भारी संख्या में ग्रामीण धरने पर बैठ गए। सूचना मिलने पर हैड कांस्टेबल राम अवतार मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे। विद्यालय के बाहर आक्रोशित ग्रामीणों ने तीन घंटे तक धरना प्रदर्शन किया।
जहां पर ग्रामीण प्रशासन के आला अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर अड़े रहे। सूचना पर सहायक ब्लॉक शिक्षा अधिकारी श्योजी लाल बैरवा भी मौके पर पहुंचे। जहां पर विद्यालय के बाहर धरने पर बैठे ग्रामीणों से वार्ता करने के साथ प्रधानाचार्य लक्ष्मी नारायण वर्मा से पूरे मामले की जानकारी ली।
दस बिन्दुओं पर बनी सहमति: इस दौरान जिला परिषद सदस्य किशन लाल बैरवा, आवड़ा विद्यालय के प्रधानाचार्य जगदीश ङ्क्षसह, नवल किशोर टेलर, शंकर ङ्क्षसह, उमराव चौधरी अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे। चार घंटे तक अधिकारियों, ग्रामीणों सहित जनप्रतिनिधियों के बीच वार्ता का दौर चलने के बाद 10 बिन्दुओं पर सहमति बनी।
छात्राओं ने जाहिर की पीड़ा मालपुरा सहायक ब्लॉक शिक्षा अधिकारी श्योजी राम बैरवा तथा थाना अधिकारी रतन ङ्क्षसह तंवर के समक्ष छात्राओं ने अपनी पीड़ा जाहिर की। उन्होने बताया कि आस-पास के गांवों से आने वाली बालिकाएं स्वयं को असुरक्षित महसूस करती है। कई बार रास्ते में कुछ युवक मोटर साइकिल पर सवार होकर पीछा करते है। जबकि बदमाश युवकों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। इसी के साथ विद्यालय परिसर के सामने दुकानों पर खुलेआम तंबाकू सहित धूम्रपान की सामग्री का विक्रय किया जा रहा है। छात्राओं ने सभी समस्याओं का जल्द समाधान करने की मांग की है।